शिमला: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश भर में आयुष्मान भव अभियान का शुभारंभ किया है. इस मौके पर आयुष्मान भव पोर्टल भी लॉन्च किया गया. राष्ट्रपति ने गुजरात से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए योजना की शुरुआत की. आयुष्मान भव अभियान के शुभारंभ समारोह में विभिन्न राज्यों के राज्यपाल, उप-राज्यपाल, मुख्यमंत्री, संसद सदस्य और स्वास्थ्य मंत्री ने वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसमें शामिल हुए. इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल भी उपस्थित रहे.
बीपी और शुगर की होगी जांच:आयुष्मान भव अभियान के दौरान हिमाचल में लोगों के बीपी और शुगर की जांच की जाएगी. इस अभियान में प्रदेश के 19 लाख घरों का दौरा किया जाएगा और 64 लाख पात्र आबादी की टीबी की जांच की जाएगी. राज्यस्तरीय समारोह के दौरान राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि सबके सहयोग से देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में तेजी से सकारात्मक बदलाव आया है. देश ने बहुत ही कम समय में कोरोना वैक्सीन तैयार की और दूरदराज के क्षेत्रों तक भी इसे पहुंचाया गया. उन्होंने कहा कि कोई भी अभियान सामूहिक प्रयासों और विश्वास से सफल होता है और इसी भावना के साथ हमें आयुष्मान भव अभियान को आगे बढ़ाना है.
स्वास्थ्य मापदंडों पर हिमाचल का बेहतर प्रदर्शन:राज्यपाल ने कहा कि विभिन्न स्वास्थ्य मापदंडों पर हिमाचल प्रदेश के सूचकांक अन्य राज्यों की तुलना में काफी बेहतर हैं. प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को हिमाचल प्रदेश साल 2023 में ही प्राप्त कर लेगा. उन्होंने कहा कि आयुष्मान भव अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा के रूप में आयोजित किया जाएगा और दिसंबर माह तक जारी रहेगा. इसमें आयुष्मान आपके द्वार, आयुष्मान मेला और आयुष्मान सभा शामिल हैं. उन्होंने कहा कि आयुष्मान भव अभियान स्वास्थ्य विभाग द्वारा हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य बीमा योजना, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास, जनजातीय विकास और चिकित्सा शिक्षा के सहयोग से चलाया जाएगा.
राज्यपाल ने दिलाई अंगदान की शपथ हिमाचल में 11.37 लाख आयुष्मान कार्ड: वहीं, स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल ने बताया कि प्रदेश में 15.95 लाख में से 11.37 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं. इस अभियान के दौरान जल्द ही बाकी बचे 4.58 लाख लाभार्थियों के कार्ड भी बनाए जाएंगे. किन्नौर और लाहौल-स्पीति के 58 मॉडल स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पतालों में योजना के तहत आयुष्मान मेले आयोजित किए जाएंगे. अभियान के दौरान लोगों के बीपी और शुगर की जांच की जाएगी. वहीं, कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने लोगों को अंगदान की शपथ भी दिलाई.
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