शिमला: प्रदेश में अभिभावक अपने बच्चों को बेहतरीन शिक्षा देने के लिए निजी स्कूलों को प्राथमिकता देते हैं. निजी स्कूलों को लेकर अभिभावकों की यह राय बन चुकी है कि वहां उनके बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के साथ ही बेहतर सुविधाएं भी दी जाती है, लेकिन राजधानी का एक सरकारी स्कूल ऐसा भी है जो शिमला से सभी बड़े और प्रतिष्ठित निजी स्कूलों के साथ ही कॉन्वेंट स्कूलों को पूरा कॉम्पिटीशन दे रहा है.
यही वजह है कि इस स्कूल में इस सत्र कॉन्वेंट स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों ने अपनी आगामी पढ़ाई के लिए दाखिला लिया है. इन बच्चों के अभिभावकों ने अपने बच्चों को निजी कॉन्वेंट स्कूलों से निकाल कर शिमला की राजकीय कन्या आर्दश वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में दाखिला दिलवाया है.
इस बार स्कूल में छठी कक्षा से लेकर 12 वीं कक्षा तक 40 के करीब छात्राएं ऐसी है जो निजी और कॉन्वेंट स्कूलों को छोड़कर इस स्कूल में पढ़ाई करने के लिए आई है. अभिभावकों में इस सरकारी स्कूल में छात्राओं को मिल रही सुविधाओं पर जहां विश्वास दिखाया है. यही वजह है कि पोर्टमोर स्कूल में इस बार निजी स्कूल से आने वाली छात्राओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.
वैसे तो स्कूल में हर बार कुछ एक छात्राएं निजी स्कूलों से प्रवेश लेती है, लेकिन इस बार कोविड के बीच यह आंकड़ा बढ़ गया है. जिसके पीछे की एक वजह यह भी बताई जा रही है कि कोविड 19 के संकट के बीच अभिभावक जिनके बच्चें निजी स्कूलों में पढ़ रहे है उन स्कूलों ने कक्षाएं ना लगने के बाद भी निजी स्कूलों ने भारी भरकम फीस अभिभावकों से ली है, जो देना अभिभावकों के लिए संभव नहीं है. ऐसे में अभिभावकों ने निजी स्कूलों से अपने छात्रों को बाहर निकाल कर उन्हें सरकारी स्कूल में दाखिला दिलवाया है.