शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी शिमला में कोरोना के चलते निशुल्क दवा औषधि केंद्र को न्यू ओपीडी में शिफ्ट कर दिया गया है. जल्द ही आईजीएमसी शिमला की न्यू ओपीडी शुरू होने वाली है.
जानकारी देते हुए आईजीएमसी के प्रिंसिपल डॉक्टर रजनीश पठानिया ने बताया कि दवा औषधि केंद्रके छह काउंटर शिफ्ट किए गए हैं व कंप्यूटर की टेस्टिंग भी चल रही है, जिससे कि मरीजों को परेशानी न हो. अब मरीजों को निशुल्क दवा लेने के लिए न्यू ओपीडी में जाना पड़ेगा.
हालांकि इससे मरीजों को भी थोड़ी परेशानी झेलनी पड़ सकती है, क्योंकि एक तरफ मरीज अपना इलाज पुराने ब्लॉक में ही करवाएंगे, लेकिन यदि उन्हें मुफ्त दवा लेनी हो, तो मरीज या उनके तीमारदार को न्यू ओपीडी की ओर रूख करना पड़ेगा.
हालांकि अभी अस्पताल में आने वाले मरीजों को इस जगह के शिफ्ट होने से दिक्कतें पेश आ रही है. मरीजों को न्यू ओपीडी का भी पता नहीं है. इसके साथ ही पर्ची पर स्टैंप लगाना भी अनिवार्य होता है, जोकि पुराने ब्लॉक में ही उपलब्ध है, जबकि दवा लेने के लिए न्यू ओपीडी जाना पड़ेगा. हालांकि कोरोना काल को देखते हुए यह फैसला अस्पताल प्रशासन की तरफ से लिया गया है.
खाली जगह पर बनेगा पर्ची काउंटर
निशुल्क औषधि दवा केंद्र 50 नंबर काउंटर की खाली हुई जगह पर अब पर्ची काउंटर बनाया जा सकता है, क्योंकि पर्ची काउंटर पर रोजाना हजारों की भीड़ रहती है. आइजीएमसी में लगभग 3000 की ओपीडी रहती है. प्रिंसिपल ने बताया कि रोजाना की ओपीडी हजारों में होती है. जिससे कि अस्पताल में रोजाना भीड़ देखने को मिलती है. इसलिए न्यू ओपीडी के बनने से सारी परेशानियों से निजात मिलेगी. उन्होंने बताया कि न्यू ओपीडी ब्लॉक में स्किन ओपीडी, मेडिसिन ओपीडी, सर्जरी, ईएनटी, साइकेट्री आदि शिफ्ट किए जाएंगे.
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