ठियोग: गर्मी बढ़ने के साथ इन दिनों लगातार आग लगने के मामले भी बढ़ रहे हैं. हालांकि वन विभाग ने लोगों को घासनी और झाड़ियों में आग लगाने से पहले विभाग को सूचित करने की भी हिदायत दी है, लेकिन आग लगने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं जिससे वन संपदा के साथ जीव जंतु और लोगों की निजी सम्पति को भी बहुत नुकसान हो रहा है.
ठियोग में आग से 2 हजार चीड़ के और 100 सेब के पेड़ जलकर राख, कई जीव-जंतु भी जले
घासनी और झाड़ियों में आग लगाने से पहले विभाग को सूचित करने की भी हिदायत दी है, लेकिन आग लगने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं जिससे वन संपदा के साथ जीव जंतु और लोगों की निजी सम्पति को भी बहुत नुकसान हो रहा है.
ऐसा ही एक मामला घुंड पंचायत के गांव शगार, टिक्कर, बढोठ, नरेनटी में देखने को मिला जहां भयानक आग लग गयी. जिससे आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों में अफरा तफरी मच गई. हर कोई आग को बुझाने के लिए दौड़ पड़ा, लेकिन शाम के समय हवा के अधिक चलने से आग बड़ी तेजी से फैल गई. जिससे चीड़ के लगभग 2000 पेड़ जलकर राख हो गए. सरकारी जंगल के साथ सुरेश वर्मा और रामलाल भंडारी के सेब के बगीचों में भी आग पहुंच गई, लेकिन लोगों ने आग पर समय रहते काबू पा लिया. सेब के लगभग 80 से 100 पेड़ आग की चपेट में आने से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा. आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है.
हालांकि आग की सूचना फायर बिग्रेड को भी दी गई, लेकिन जब तक फायर बिग्रेड पहुंचती तब तक नुकसान बहुत ज्यादा हो चुका था. आग सड़क से काफी दूर लगी थी जिससे ज्यादा कोई मदद नहीं मिल सकी. आपको बता दें कि आग अभी भी पूरी तरह से नहीं बुझ पायी है और लोग अभी भी दहशत में है.