शिमला: कोविड की वजह से प्रदेश में स्कूल, कॉलेज बंद है. ऐसे में छात्रों की पढ़ाई घर से ही करवाई जा रही है. स्कूलों की तरह ही कॉलेजों के छात्र भी घर बैठ अपनी पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में नेटवर्क की समस्या होने के चलते छात्र घर बैठे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. जिन छात्रों की पढ़ाई में नेटवर्क या मोबाइल की समस्या आड़े आ रही है उन छात्रों को अब किताबें और नोट्स कॉलेज की ओर से मुहैया करवाए जायेंगे.
इसे लेकर आदेश शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर की ओर से जारी किए गए हैं. कॉलेज में अंतिम वर्ष की परीक्षा और छात्रों की पढ़ाई से जुड़ा फीडबैक लेने के लिए आज शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कॉलेजों के प्रचार्यों के साथ बैठक की.
इस बैठक में जहां उन्होंने कॉलेजों में करवाई जा रही छात्रों की यूजी के अंतिम समेस्टर की परीक्षाओं को लेकर फीडबैक लिया तो वहीं कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया किस तरह से चल रही है और छात्रों को कोविड-19 के समय में कॉलेज बंद होने पर किस तरह से घर बैठे पढ़ाया जा रहा है इसके बारे में भी जानकारी ली.
कॉलेज में करवाई जा रही यूजी अंतिम समेस्टर की परीक्षाओं में किस तरह की दिक्कत आ रही है, यह परीक्षाएं ठीक से आयोजित हो रही है या नहीं इसे लेकर फीडबैक शिक्षा मंत्री ने लिया. बैठक में शिक्षा मंत्री ने यह निर्देश जारी किए कि जो छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं या क्वारंटाइन हैं उन्हें परीक्षा का मौका दिया जाएगा.
कॉलेज प्रिंसिपल्स को कहा गया कि वह छात्रों से बात कर उनका मनोबल बढ़ाएं और उन्हें आश्वासन दे कि उनकी परीक्षाएं करवाई जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर भी फीडबैक लिया और कहा कि प्रदेश के ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में जहां नेटवर्क संबंधी समस्या होने के चलते छात्र ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं उन छात्रों को किताबें और नोट मुहैया करवाए जाएं.