शिमला: राजधानी शिमला के उपनगर टुटू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में साल 2016 से लगाई गई एक्सरे मशीन बिना इस्तेमाल किए धूल फांक रही है. इसका उपयोग आज तक मरीजों की सुविधा के लिए हो ही नहीं पाया है. तकनीकी तौर पर इसका कारण ये है कि एक्सरे मशीन के लिए एक ऐसे कमरे की आवश्यकता है जो अलग हो और कमरे की 9 इंच की दिवार हो. स्वास्थ्य केंद्र में एक्सरे मशीन जहां रखी गई है वहां इस तरह की कोई भी व्यवस्था नहीं है.
वीरभद्र सरकार के समय एक्सरे मशीन का हुआ था उद्घाटन
एक्सरे मशीन वाले कमरे के ठीक सामने ही दंत्त चिकित्सा का कमरा है और ऐसे में क्ष-किरणें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकती है. इसके चलते आज तक रेडियोग्राफर भी नियुक्त नहीं हो पाया है. बता दें कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने वर्ष 2016 में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टुटू में एक्सरे मशीन का उद्घाटन किया था. वहीं, 2017 में भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद भी एक्स-रे मशीन शुरू नहीं हो पायी.
मरीजों को मशीन का नहीं मिला कोई लाभ
एक्स-रे मशीन के संचालन के लिए कुछ समय पहले रेडियोग्राफर भी डिप्युट किया गया था. बताया जा रहा है कि धामी स्वास्थ्य केंद्र से रेडियोग्राफर टुटू स्वास्थ्य केंद्र के लिए डिप्यूट किया गया था, लेकिन एक्स-रे मशीन के लिए पर्याप्त कमरा नहीं होने के चलते यहां काम शुरू नहीं हो पाया. ऐसे में यहां रेडियोग्राफर भी नहीं है. यही नहीं अब एक्सरे मशीन का वांरटी पीरियड भी समाप्त हो गया है. बिना उपयोग में लाई गई एक्सरे मशीन की सर्विसिंग भी करवाई गई है, लेकिन मरीजों के लिए इसका कोई इस्तेमाल नहीं हुआ. इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लैब भी पिछले वर्ष कोरोना महामारी के चलते बंद है. इसके चलते ब्लड टेस्ट की सुविधा भी यहां लोगों को नहीं मिल रही है. टुटू प्राथमिक स्वास्थय केंद्र में टुटू, जतोग, ढांडा, हीरानगर, घनाहट्टी और आस पास की पंचायतों से कई लोग अपने स्वास्थ्य की जांच करवाने आते हैं. लोगों का कहना है कि एक्सरे और लैब की सुविधा नहीं होने से मजबूरन आईजीएमसी और रिपन जाना पड़ता है. उनका कहना है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्सरे मशीन काम करना शुरू करेगी और रेडियोग्राफर होगा तो इससे कई पंचायतों के लोगों को सुविधा मिल सकेगी.