शिमला: डॉ. भीम राव आंबेडकर की पुण्यतिथि पर शिमला के चौड़ा मैदान में उनकी प्रतिमा पर मुख्यमंत्री ने पुष्पांजलि अर्पित की. जयराम ठाकुर ने कहा कि बाबा साहिब ने अपना पूरा जीवन निम्न वर्ग के कल्याण में लगा दिया. आज हमें जरुरत है कि समाज में मौजूद निम्न वर्ग को ध्यान में रखें और उनकी बेहतरी के लिए कदम उठाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. आंबेडकर के विचार और आदर्श देश के करोड़ों लोगों का मार्गदर्शन करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि देश की राजनीति में उत्कृष्ट योगदान के अतिरिक्त डॉ. आंबेडकर दलित क्रांति के पथ प्रदर्शक भी थे.
शहरी विकास और कानून मंत्री सुरेश भारद्वाज, नगर निगम शिमला की महापौर सत्या कौंडल, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, पुलिस अधीक्षक मोहित चावला और विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्तियों ने संविधान निर्माता को पुष्पांजलि अर्पित की.
आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ. उनका मूल नाम भीमराव था. आंबेडकर के पिता रामजी वल्द मालोजी सकपाल महू में ही मेजर सूबेदार के पद पर तैनात थे. आंबेडकर का परिवार मराठी था और वो मूल रूप से महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के आंबडवेकर गांव के रहने वाले थे. आंबेडकर ने न केवल उच्च शिक्षा हासिल की बल्कि, स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री बने. भारतीय संविधान का निर्माण किया.