मुंबई/शिमला: मुंबई पहुंचते ही कंगना रनौत अपने चिर परिचित अंदाज में नजर आईं. कंगना अपने इसी अंदाज के लिए जानी जाती हैं, लेकिन बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का नाम लेकर निशाना साधने की वजह खास है.
दरअसल, बुधवार को बीएमसी ने मुंबई के बांद्रा स्थित कंगना के दफ्तर पर बुलडोजर चला दिया. इधर मुंबई में बीएमसी का बुलडोजर और हथौड़े कंगना के ऑफिस में चल रहे थे और उधर कंगना दिनभर ट्वीट से निशाना साध रही थी.
इस बीच मीडिया का कैमरा बीएमसी की कार्रवाई के साथ-साथ कंगना का भी पीछा करता रहा. कंगना बुधवार सुबह वाई कैटेगरी की सुरक्षा के बीच हिमाचल के मंडी में स्थित अपने पैतृक घर से चंडीगढ़ के लिए निकलीं और फिर वहां से मुंबई की फ्लाइट ली.
मुंबई एयरपोर्ट पर कंगना के समर्थन से लेकर विरोध करने वाले भी मौजूद थे. कंगना कड़े सुरक्षा घेरे के बीच मुंबई के खार स्थित अपने घर पहुंची. इस बीच कंगना के ऑफिस के अंदर की तस्वीरें भी बाहर आ चुकी थी. जिन्हें देखकर शायद कंगना का सब्र टूट गया और बॉलीवुड की क्वीन ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का नाम लेकर उनका घमंड तोड़ने तक की बात कह दी.
ट्विटर पर एक वीडियो जारी करते हुए कंगना रनौत ने कहा कि उनसे बदला लिया गया है. कंगना ने कहा, ''उद्धव ठाकरे तूझे क्या लगता है कि तूने फिल्म माफिया के साथ मिल के मेरा घर तोड़ कर मुझसे बहुत बड़ा बदला लिया है. आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा. ये वक्त का पहिया है याद रखना यह एक जैसा नहीं रहता.''
इशारों-इशारों में कंगना बहुत कुछ कह रही हैं. सियासी गलियारों में आया उबाल भविष्य की करवट की ओर इशारा भी कर रहा है. यहां लगे हाथ कंगना ने अयोध्या के साथ कश्मीर और कश्मीरी पंडितों को लेकर फिल्म बनाने का ऐलान भी कर दिया
बुधवार दिनभर मुंबई में कंगना के दफ्तर पर हुआ बीएमसी का एक्शन सुर्खियों में रहा, लेकिन सियासी पलटवार सीधे कंगना के घर हिमाचल से आया. हिमाचल विधानसभा के मॉनसून सत्र में भी इस मामले की गूंज सुनाई दी और सभी ने हिमाचल की बेटी की हिफाजत को लेकर चिंता जाहिर की और बीएमसी की कार्रवाई की निंदा की.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बीएमसी द्वारा कंगना के ऑफिस को तोड़े जाने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. सीएम ने महाराष्ट्र सरकार के इस कदम की भर्त्सना करते हुए कहा कि जो कार्रवाई महाराष्ट्र सरकार ने की है, उसे ठीक नहीं ठहराया जा सकता है.
वहीं, कैबिनेट मिनिस्टर गोबिंद सिंह ठाकुर ने भी कहा कि कंगना हिमाचल की बेटी हैं और उनका ऑफिस तोड़ा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली चंदेल दोनों साथ में हैं. दोनों ही बहादुर हैं और दोनों समझदार हैं. अभी ये सभी मुंबई में सुरक्षित हैं और उनकी सुरक्षा को लेकर हम चिंतित भी हैं, लेकिन हमने केंद्र सरकार के माध्यम से पूरी व्यवस्था कर रखी है.
हिमाचल विधानसभा में कंगना के मुद्दे को पहुंचाने वाले विधायक होशियार सिंह ने तो महाराष्ट्र सरकार को सीध-सीधे आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हमने चूड़ियां नहीं पहनी हैं, ध्यान रखें कि महाराष्ट्र से दिल्ली बहुत दूर है जबकि हिमाचल के बहुत करीब है.
वैसे कंगना को लेकर मचे इस बवाल में दिनभर में सिर्फ हिमाचल से ही सियासी प्रतिक्रियाएं आईं..कंगना से लेकर हिमाचल के नेताओं के निशाने पर महाराष्ट्र की सरकार रही. लेकिन दिनभर महाराष्ट्र के किसी भी नेता का कोई बयान नहीं आया.
जबकि इस विवाद की जड़ में शिवसेना के सांसद संजय राउत ही हैं. जो कुछ दिन पहले तक कंगना के खिलाफ बयान देने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे थे. खैर ये सियासत है यहां सब कुछ अपनी सहूलियत के हिसाब से होता है. वैसे ये मामला जल्द शांत होता नहीं नजर आता. इसलिए आगे-आगे देखिये होता है क्या.