शिमलाः 46 लोगों की जान लेने वाले बंजार बस हादसे की जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. रिपोर्ट प्रशासन की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े कर रही है. रिपोर्ट सामने आने के बाद सरकार ने आरटीआई कुल्लू और एमवीआई से बस की कंडीशन पर जवाब तलब किया है. इसके अलावा परिवहन विभाग के अधिकारियों से बस के रूट पर भी जवाब मांगा जा सकता है.
भारी मुनाफे के लालच में कंपनी कई दिनों से दो रूट पर बसें नहीं चला रही थी, ऐसे में सवारियां तीसरी बस में सफर करने को मजबूर थी. परिवहन निगम के अधिकारियों ने क्यों कंपनी पर समय रहते कार्रवाई नहीं की. ये एक बड़ा सवाल खड़ा होता है.
परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि बस मालिक के खिलाफ उसी समय एफआईआर दर्ज की गई है और उसके सभी परमिट रद्द भी किए जाएंगे. परिवहन मंत्री ने कहा कि बंजार बस हादसे वाली बस के आधे घंटे बाद एक एचआरटीसी बस भी उस रुट पर थी.
परिवहन मंत्री ने माना कि प्राइवेट बस वाले कम किराए का लालच देकर सवारियों को बिठाते हैं और कभी-कबार किराया भी नहीं लेते हैं. उन्होंने कहा कि हमने आरटीओ से भी इस बारे में जवाब तलब किया है कि कैसे खराब बस को पास किया गया.
रिपोर्ट आने के बाद आरटीओ कुल्लू और एमवीआई पर गाज गिरना तय माना जा रहा है. सरकार ने भी इन अधिकारियों से पूछा है कि कमजोर इंजन और तकनीकी रूप से खराब बस को कैसे पास किया गया. इसके अलावा परिवहन विभाग के अधिकारी भी लपेटे में आ सकते हैं कि कैसे एक ही कंपनी को तीन रूट दिए गए.