आनी/रामपुर:उद्यान विभाग से खरीदे गए ज्यादातर पौधों में किस्म के हिसाब से फल न मिलने पर बागवानों ने नाराजगी जाहिर की है. मामले को लेकर आनी वैली ग्रोअर्स एसोसिएशन ने उद्यान विभाग से खरीदे गए पौधों से बागवानों को हुए नुकसान की भरपाई करने की बात कही है. ऐसा न होने पर के एसोसिएशन हाईकोर्ट का रूख करेगी.
एसोसिएशन का कहना है कि बागवानों ने विभिन्न किस्मों के पौधे 240 रूपये के हिसाब से खरीदे थे. इतने महंगे पौधे खरीदने के बाद भी उन्हें अच्छी किस्म के फल नहीं मिले हैं, जिससे बागवानों का समय और पैसा दोनों बर्बाद हुआ है.
ऐसे में आनी वैली ग्रोअर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश ठाकुर और बागवानों का कहना है कि आधुनिक किस्मों को अपने बगीचों में लगाने के उद्देश्य से उन्होंने विभाग से रूट स्टॉक की विभिन्न किस्में खरीदी थीं, लेकिन इनमे किंगरॉट और जैरोमाइन जैसी विदेशी किस्मों के फल नहीं लगे. इससे बागवानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है.
राकेश ठाकुर ने कहा कि इस संदर्भ में एसोसिएशन प्रदेश सरकार को एक शिकायत पत्र भेजेगी. साथ ही हिमाचल हाईकोर्ट का भी रुख किया जाएगा. एसोसिएशन ने उद्यान विभाग से मांग की है कि वे सभी बागवानों के पौधों का मुआयना कर बागवानों के आर्थिक और समय के नुकसान की भरपाई करे.
वहीं , इस बारे में विषय विशेषज्ञ उद्यान आनी केएल कटोच ने कहा कि प्रोजेक्ट के तहत ये सभी पौधे बाहर से आए हैं. एक साल के बाद इन्हें बागवानों को बेचा गया है. उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में अभी कोई शिकायत नहीं आई है. ऐसा होने पर इस मामले के बारे उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जाएगा.
आनी में ये पौधे हिमाचल प्रदेश हॉर्टिकल्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत बेचे गए हैं. विभिन्न किस्मों के करीब साढ़े आठ हजार रूट स्टॉक प्लांट 240 रूपये के हिसाब से बेचे गए हैं. वहीं, अब बागवानों को किस्मों के हिसाब से फल न मिलने पर आनी वैली ग्रोअर्स एसोसिएशन ने विभाग के खिलाफ कोर्ट में जाने की बात कही है.
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