शिमला: Age is Just a number, ये शब्द सियासतदानों के लिए सटीक बैठते हैं. क्योंकि एक उम्र बीतने के बाद भी चुनाव लड़ने की ललक और सत्ता पाने का मोह दूर नहीं छूटता है. हिमाचल विधानसभा चुनाव की बिसात बिछ चुकी है. बीजेपी ने सभी 68 तो कांग्रेस ने 67 सीटों पर उम्मीदवार तय कर दिए हैं. बीजेपी ने एक तरफ उम्र को पैमाना बनाकर कई टिकट काटे हैं तो कांग्रेस में कुछ उम्रदराज धुरंधरों को चुनाव मैदान में उतारा है. जिनकी उम्र भले 70 से लेकर 80 साल पार कर गई है लेकिन चुनाव लड़ने का जोश बरकरार है. (Himachal Election 2022) (Aged Candidates in Himachal Election)
कांग्रेस उम्मीदवारों की बात करें तो सोलन विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कर्नल धनीराम शांडिल की अब तक हुए नामांकनों में सबसे अधिक उम्रदराज उम्मीदवार हैं. विधायक से लेकर सांसद और कैबिनेट मंत्री तक रहे धनीराम शांडिल की उम्र 82 साल है. इसी तरह ज्वाली से चंद्र कुमार कांग्रेस के बड़े ओबीसी नेता हैं. विधायक, मंत्री और सांसद रहे चंद्र कुमार की उम्र 78 साल है. (Aged Congress Candidates in Himachal)
कांग्रेस ने उम्रदराज नेताओं को चुनावी मैदान में उतारा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री कौल सिंह ठाकुर की आयु 76 साल है. वे पिछला चुनाव मंडी जिले की द्रंग सीट से हार गए थे. इस बार वे फिर से चुनाव मैदान में हैं. इसी तरह पूर्व कैबिनेट मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी भी 75 बसंत देखने के बाद चुनाव मैदान में हैं, 2017 में चुनाव हार गए थे. इसी तरह कांग्रेस के रामलाल ठाकुर 71 साल के हैं. वहीं बीजेपी से कांग्रेस में आए 73 साल के खीमी राम को भी बंजार से उम्मीदवार बनाया गया है.
प्रेम कुमार धूमल, महेंद्र सिंह ठाकुर, कर्नल इंद्र सिंह को नहीं मिला टिकट उधर बीजेपी ने उम्र को पैमाने बनाते हुए कुछ नेताओं के टिकट काट दिए हैं. इनमें सबसे बड़ा नाम है पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, जो साल 2017 में मुख्यमंत्री का चेहरा होते हुए हमीरपुर जिले की सुजानपुर सीट से चुनाव हार गए थे. दो बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे प्रेम कुमार धूमल की उम्र 78 साल है. इसके अलावा कर्नल इंद्र सिंह (77), कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर (72), गुलाब सिंह ठाकुर (74) ये कुछ ऐसे नाम है जो चुनाव मैदान में नहीं दिखेंगे.
दरअसल बीजेपी ने 75 साल की उम्र को टिकट का पैमाना बनाया है. जिसके आधार पर बीजेपी ने टिकट काटे हैं लेकिन लेकिन ऐसा भी नहीं है कि बीजेपी ने 70 साल से अधिक उम्र के नेताओं को टिकट नहीं दिया है. कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज 70 साल के हो चले हैं. इस बार शिमला शहरी की बजाय उन्हें कसुम्पटी से टिकट दिया है. पूर्व सांसद और विधायक महेश्वर सिंह को 73 साल की उम्र में कुल्लू से उम्मीदवार बनाया गया है. रमेश ध्वाला भी 71 साल की उम्र में चुनाव मैदान में हैं. (Aged BJP Candidates in Himachal)
महेश्वर सिंह, सुरेश भारद्वाज, रमेश ध्वाला को मिला टिकट हिमाचल में उम्रदराज उम्मीदवार कांग्रेस के भी हैं और बीजेपी के भी, लेकिन जहां एक तरफ बीजेपी ने उम्र का पैमाना तय किया है तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने अधिकतर सीटों पर पुराने चेहरों को तरजीह दी है. अब देखना होगा कि किस दल के अनुभवी चेहरे जीत का परचम लहरा पाते हैं. (Age is Just a number in Himachal election)
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