सरकाघाट/मंडीः विद्युत उपमंडल बलद्वाड़ा के तहत पड़ने वाले नरोला गांव में 1965 में लगाया गया ट्रांसफार्मर हादसे को न्यौता दे रहा है. इस ट्रांसफार्मर से बार-बार स्पार्किंग आदि होने से किसी बड़े हादसे का अंदेशा बना रहता है.
वहीं, इसके पोल को भी जंग लग चुका है. तारें कई बार टूटने के कारण बेजान हो चुकी हैं. इस ट्रांसफार्मर के कारण गांव में हमेशा बिजली की समस्या बनी रहती है और जरा सा तूफान या बारिश होने पर बिजली चली जाती है. यह ट्रांसफार्मर रिहायशी मकानों के काफी करीब है, जिससे यहां खेलने वाले बच्चों व लोगों के लिए जान का खतरा बना रहता है.
बता दें कि हाल ही में 22 अप्रैल को बिजली जाने पर विभाग के 10 कर्मचारी इसे ठीक करने में लगे और इस समस्या से गांव के लोग सालों से परेशान हैं, लेकिन बिजली बोर्ड इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.