मंडी: कीरतपुर-मनाली फोरलेन बनने से जहां एक ओर जहां पर्यटकों को इसका लाभ पहुंच रहा है तो वहीं, कई जगहों पर फोरलेन का खामियाजा भी लोगों को भुगतना पड़ रहा है. मंडी जिले में स्थित हणोगी माता मंदिर जहां कभी अपने भक्तों की भीड़ से भरा रहता था, आज वहीं, माता के दरबार में हर जगह सन्नाटा पसरा हुआ है, मानों परिंदा भी यहां पर न मारता हो. कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर टनलों निर्माण के बाद जैसे ही इन टनलों को शुरू किया गया है उसके बाद से इसका सबसे ज्यादा असर मंदिर पर ही पड़ा है. हणोगी माता का मंदिर बिलकुल सूना पड़ा हुआ है. अब मंडी की ओर आने वाला सारा ट्रैफिक हणोगी पुल से टनलों के जरीए से गुजर रहा है. जिसके कारण अब हणोगी माता मंदिर वाली सड़क पर अब नाममात्र गाड़ियां ही गुजरती हैं. जिससे मंदिर में भी कभी-कभी ही कोई दर्शनों के लिए आता है.
टनलों निर्माण से हणोगी माता का दरबार पड़ा सूना:बता दें की फोरलेन पर टनल निर्माण से पहले जब चंडीगढ़-मनाली का ट्रैफिक इस रूट से जाता था तो लगभग हर गाड़ी माता के मंदिर के बाहर रुकती थी और माता के दर्शन करके ही आगे बढ़ती थी, लेकिन अब तो मानो माता का दरबार अपने भक्तों की राह ही तकता रहता हो. हणोगी माता मंदिर सरकार के अधीन आता है, लेकिन मंदिर सूना पड़ने के कारण अब मंदिर की आय भी शिखर से सिफर पर आ गिरी है. मंदिर के पुजारी आचार्य विवेक शर्मा ने बताया कि आजकल के दिनों में मंदिर में रोजाना 30 से 50 हजार का चढ़ावा चढ़ता था, लेकिन अब दिन भर में 100 से 500 रुपये का चढ़ावा भी बहुत मुश्किल से चढ़ पा रहा है.
'मंदिर की आय हुई शून्य, ट्रस्ट के माध्यम से चल रहे कार्य हो रहे प्रभावित': पुजारी आचार्य विवेक शर्मा ने बताया कि हणोगी माता मंदिर ट्रस्ट के माध्यम से लंगर, डिस्पेंसरी और गौ सदन सहित अन्य सामाजिक कार्य किए जाते हैं, लेकिन हणोगी माता मंदिर में भक्त आते ही नहीं है. जिससे मंदिर की आय नहीं हो रही है. वहीं, अब इससे मंदिर ट्रस्ट द्वारा चलाई गई सभी सेवाएं भी बुरी तरह से प्रभावित होती जा रही हैं. मंदिर में हर ओर सन्नाटा पसर गया है. मंदिर के पुजारी ने सरकार व प्रशासन से अपील की है कि इस विषय पर गंभीरता सोचा जाए. यहां पर ऐसी व्यवस्थाएं होनी चाहिए की सभी गाड़ियां मदिर परिसर के पास से हो कर गुजरें.