मंडी:सूबे में चुनाव चौखट पर है. राजनीतिक दलों सहित सभी प्रत्याशी उनके पक्ष में जनमत जुटाने में जुटे हुए हैं. मंडी जिला के द्रंग विधानसभा सीट की बात की जाए तो इस बार 3 प्रत्याशी चुनावी समर में है. द्रंग विधानसभा से कौल सिंह ठाकुर कांग्रेस, पूर्ण चंद ठाकुर भाजपा और रमेश कुमार बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. यहां पर कांग्रेस के दिग्गज नेता कौल सिंह ठाकुर का दबदबा रहा है. कौल सिंह ठाकुर यहां से 8 बार जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. (Congress candidate Kaul Singh Thakur) (Himachal election 2022)
गुरू चेला मैदान:मंडी जिला की इस सीट पर एक बार फिर गुरु और चेला चुनावी रण में हैं. ऐसे में यह सीट हॉट सीट बन गई है और दोनों नेताओं के बीच बीच मुकाबला रोमांचक होने वाला है. भाजपा ने कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर के खिलाफ उनके शिष्य पूर्ण चंद ठाकुर को चुनावी मैदान में है. इससे पूर्व भी 2017 में पूर्ण चंद ठाकुर त्रिकोणीय मुकाबले में कांग्रेसी नेता कौल सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं. कभी ये दोनों नेता एक मंच पर साथ हुआ करते थे लेकिन अब दोनों में छत्तीस का आंकड़ा है. (BJP candidate Purna Chand Thakur)
गुरु चेले बीच में सियासी मुकाबला. 11वीं बार चुनावी रण में कौल सिंह ठाकुर:76 वर्ष की आयु पूरी कर चुके कौल सिंह ठाकुर इस बार 11वीं बार चुनावी रण में उतरे हैं. इस सफर में कौल सिंह ठाकुर मात्र दो बार अपना चुनाव हारे हैं. पूर्ण चंद ठाकुर के चुनावी मैदान में होने पर जब कौल सिंह से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अच्छे नेताओं की कमी है. जिन नेताओं को वे ट्रेनिंग देते हैं भाजपा उन्हीं को ही अपना प्रत्याशी बना देती है. उन्होंने अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि वे इस बार द्रंग से भारी मतों से जीत दर्ज करेंगे और 9वीं बार विधानसभा पहुंचेंगे.
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पूर्ण चंद ठाकुर की अच्छी पैठ:भाजपा प्रत्याशी पूर्ण चंद ठाकुर भी 8 बार पंचायती राज के चुनाव जीत चुके हैं. पूर्ण चंद ठाकुर कंटीडी पंचायत से तीन बार प्रधान, कटौला व बड़ीधार से जिला परिषद सदस्य रह चुके हैं. वहीं, कांग्रेस में द्रंग कांग्रेस अध्यक्ष व जिला अध्यक्ष की कमान भी पूर्ण चंद ठाकुर के हाथों में रही है. पूर्ण चंद ठाकुर कांग्रेस पार्टी दामन छोड़, 2017 के चुनावी रण में कूद गए थे. किसी समय कांग्रेस पार्टी के सिपाही रहे पूर्ण चंद यहां से पिछला विधानसभा चुनाव निर्दलीय चुनाव लड़कर 7672 वोट हासिल किए थे. इन चुनावों में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला था, जिसमें भाजपा प्रत्याशी जवाहर ठाकुर की जीत हुई थी.
बीजेपी प्रत्याशी पूर्ण चंद ठाकुर का सियासी सफर इन चुनावों के बाद पूर्ण चंद ठाकुर भाजपा के संपर्क में आए और लगातार जनता के बीच जुड़े रहे. यही कारण है कि भाजपा ने सर्वेक्षण के आधार पर पूर्ण चंद को सशक्त मानते हुए उन्हें टिकट सौंपा है. वहीं, चुनावी रण में उतरते ही भाजपा प्रत्याशी पूर्ण चंद ठाकुर ने अपने गुर पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर पर जुबानी हमला बोला है. पूर्ण चंद का कहना है कि ठाकुर कौल सिंह 2017 से मुख्यमंत्री के दावेदार के नाम पर द्रंग की जनता से वोट मांग रहे हैं. आज द्रंग का वोटर जाग चुका है और अब उनके झांसे में आने वाला नहीं है.
पूर्ण चंद ने कहा कि प्रदेश की जयराम सरकार ने द्रंग में 5 सालों में जितना विकास करवाया है, कौल सिंह ठाकुर 40 वर्षों तक नहीं करवा सके. उन्होंने कौल सिंह को घेरते हुए कहा कि वे कई वर्षों तक उनके साथ रहे हैं. कौल सिंह ठाकुर अब जनता को गुमराह ना करें और मुख्यमंत्री बनने का सपना भी भूल जाएं, क्योंकि 8 दिसंबर को चुनावी नतीजे भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में होंगे.
बता दें, भाजपा हाईकमान ने 2017 के विधानसभा चुनावों में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का हमीरपुर से सुजानपुर के लिए टिकट बदल दिया था, जिसके बाद हमीरपुर जिला की सुजानपुर विधानसभा सीट हॉट बन गई थी. कांग्रेस ने 2017 के विधानसभा चुनावों में सुजानपुर से राजेंद्र राणा को प्रत्याशी बनाया था. प्रेम कुमार धूमल का टिकट बदलते ही चुनावी रण में गुरु और चेला आमने-सामने हो गए थे. इस मुकाबले का चुनावी परिणाम तो सभी जानते हैं. गुरु और चेले (शिष्य) के बीच ऐसा ही एक और रोमांचक मुकाबला मंडी जिला में भी देखने को मिलेगा. द्रंग की जनता अब किसे अपना आशीर्वाद देती है, चुनावी नतीजे सामने आने के बाद ही पता लगेगा.