करसोग:हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के तहत करसोग में पड़े सूखे से परेशान ग्रामीण अब बारिश के लिए शिव भगवान के द्वार पहुंचे हैं. यहां विकासखंड चुराग की खील पंचायत के अंतर्गत तीन खड्डों के संगम स्थान पर स्थित अशणी महादेव मंदिर में बारिश की कामना के लिए लोगों ने यज्ञ कर पूर्णाहुति डाली. इस दौरान करीब पांच पंचायतों से आए श्रद्धालुओं ने तीन खड्डों के संगम स्थान पर बने जल स्त्रोत से बाल्टियों में पानी भर कर शिवलिंग का जलाभिषेक कर बारिश की कामना की. बता दें कि करसोग में लंबे समय से बारिश न होने से खेतों में मटर, गेहूं सहित अन्य फसलें सुख कर मुरझा गई हैं. मौसम विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो विंटर सीजन में जिला मंडी में सामान्य से 60.5 फीसदी कम बारिश हुई है.
सदियों से चली आ रही है परंपरा:मान्यता है कि यज्ञ संपन्न होने के बाद ढाई घंटे से लेकर ढाई दिनों के भीतर आसमान में बादल उमड़ आते हैं और बारिश होने लगती है. पूर्णाहुति वाले दिन अशणी शिव मंदिर में कई गांवों से आई महिलाएं भजन कीर्तन करती हैं. भगवान को प्रसन्न करने के लिए मंदिर में रुद्राभिषेक का पाठ किया जाता है. करसोग में सूखा पड़ने पर सदियों से यह परंपरा चली आ रही है, जो विज्ञान के इस युग में किसी रहस्य से कम नहीं है. ग्रामीण मुरारी लाल शर्मा का कहना है कि आसमान में चाहे दूर-दूर तक बादल दिखाई न दें, लेकिन मंदिर में यज्ञ संपन्न हो जाने के ढाई दिनों के भीतर झमाझम बारिश होने लगती है.