मंडी: हिमाचल प्रदेश में त्रासदी से हुए नुकसान के आकलन के लिए केंद्रीय सर्वेक्षण टीम प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए पहुंच गई है. प्रदेश सरकार बाढ़ से सूबे में हुए नुकसान की रिपोर्ट केंद्रीय टीम के सामने रखेगी. केंद्र सरकार से राहत कार्यों के लिए प्रदेश को अधिक से अधिक आर्थिक सहायता की मांग की जाएगी. यह बात बुधवार को हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने सुंदरनगर में कही.
केंद्रीय सर्वेक्षण टीम के साथ डिप्टी सीएम की बैठक: डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने केंद्रीय सर्वेक्षण टीम को प्रदेश में हुए नुकसान से अवगत करवाया गया. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में आई त्रासदी से कुल्लू-मनाली में बहुत भारी नुकसान हुआ है. प्रदेश सरकार ने बाढ़ के कारण सूबे में हुए नुकसान की पूरी जानकारी केंद्र सरकार को दे दी है. केंद्र सरकार से बार-बार राहत और पुनर्वास के लिए सहायता की मांग की जा रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की सर्वेक्षण टीम के वापस लौटने के बाद प्रदेश सरकार द्वारा उनकी सिफारिश की जानकारी भी ली जाएगी.
'सेब सीजन से पहले किया जाएगा सड़कों को बहाल': डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में मौसम ठीक होने पर शिमला-मंडी सड़क मार्ग पर बहे मुख्य पुल का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. पुल निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी मंत्री से बात की जाएगी. इसके साथ ठियोग क्षेत्र में वैकल्पिक वैली ब्रिज को भी फिर से बनाने को लेकर कार्य शुरू किया जाएगा. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में आगामी दिनों में सेब सीजन भी शुरू होने वाला है. इसलिए इन मार्गों को जल्द से जल्द शुरू करना पड़ेगा. मंडी-कुल्लू सड़क मार्ग पर आए हुए मलबे को साफ करने के लिए भी एनएचएआई के साथ बैठक कर काम शुरू कर दिया गया है.