बाबा भूतनाथ के घृतमंडल श्रृंगार की रस्में शुरू मंडी:छोटी काशी मंडी में शिवरात्रि पर्व की विधिवत रस्में तारा रात्रि की मध्यरात्रि को बाबा भूतनाथ की मक्खन लेप के श्रृंगार से शुरू हो गई है. बाबा भूतनाथ का पंचमुखी शिवमंदिर इटहिया के रूप में श्रृंगार किया गया है, जो उत्तर प्रदेश के महराजगंज में स्थित है. इसी तरह अगले एक माह तक हर रोज महादेव का अलग-अलग रूपों में श्रृंगार किया जाएगा. हर दिन अब श्रद्धालुओं को बाबा भूतनाथ के अलग-अलग रूपों में दर्शन होंगे.
बाबा भूतनाथ के घृतमंडल श्रृंगार की रस्में शुरू बाबा भूतनाथ मठ मंदिर के महंत देवानंद सरस्वती ने बताया कि छोटी काशी मंडी में रियासत काल से चली आ रही बाबा भूतनाथ के श्रृंगार की परंपरा एक माह तक लगातार निभाई जाएगी. 20 जनवरी तारा रात्रि की पावन बेला पर स्वयंभू शिवलिंग बाबा भूतनाथ के घृतमंडल श्रृंगार किया गया. आज बाबा भूतनाथ श्रद्धालुओं को संगमेश्वर महादेव के रूप में दर्शन दे रहे हैं. इसी के साथ देवी-देवताओं को शिवरात्रि आगमन के लिए न्योता भेजने की प्रक्रिया भी शुरू होगी. हर दिन मक्खन पर दुनिया भर के प्रसिद्ध शिवलिंगों और देवी-देवताओं के स्वरूप को उकेरा जाएगा.
छोटी काशी मंडी में महाशिवरात्रि का आगाज बता दें कि छोटी काशी मंडी में शिवरात्रि महोत्सव 19 फरवरी से शुरू होगा जो 7 दिनों तक चलेगा. मंडी में होने वाले अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में 200 के करीब पंजीकृत देवी देवता यहां पहुंचते हैं जो की शिवरात्रि महोत्सव की शोभा बढ़ाते हैं. जनपद के सभी देवी देवता ढोल नगाड़ों की थाप पर छोटी काशी मंडी पहुंचते हैं. 18 फरवरी को बड़ा देव कमरूनाग लाव लश्कर सहित छोटी काशी मंडी पधारेंगे. 19 को महाशिवरात्रि पर्व का आगाज भव्य जलेब से किया जाएगा. घाटी के अधिष्ठाता देवता माधोराय की पालकी भूतनाथ मंदिर जाएगी और यहां पर पूजा-अर्चना के बाद मेले का आगाज होता है. इस दौरान मंदिर परिसर में ही घाटी के विभिन्न देवता भी ठहरते हैं. सात दिनों तक मंडी के देवता यहां रहते हैं और इस दौरान बाबा भूतनाथ के दर पर भी आते हैं.
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