मंडी: कोरोना काल से सवालों के घेरे में घिर रहे प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग पर अब एक और गंभीर आरोप लगा है. स्वास्थ्य विभाग पर 9100 में मिलने वाले ऑक्सीजन गैस सिलेंडर को 15,750 में खरीदने और दिल्ली की एक फर्म को लाभ पहुंचाने के लिए सरकारी खजाने को चपत लगाने का आरोप है.
ऑक्सीजन गैस इंडस्ट्री के संचालक सुधांषू कपूर का कहना है कि प्रदेश में ऑक्सीजन गैस की सप्लाई करने वाली फर्में काफी कम दरों पर प्रदेश के अस्पतालों में सालों से सप्लाई कर रही हैं. इसमें इनकी फर्में भी शामिल हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों ने प्रदेश की फर्मों के खिलाफ साजिश रचते हुए सीपीडब्ल्यूडी के माध्यम से दिल्ली की एक फर्म को लाभ पहुंचाने के मकसद से महंगे दामों पर ऑक्सीजन गैस सिलेंडर खरीदे.
सुधांषू कपूर ने कहा कि जिस ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की सप्लाई इनकी फर्म 9100 रुपये में देती है उसे स्वास्थ्य विभाग ने 15,750 रुपये में जबकि 13 हजार 500 रुपये की कीमत वाले सिलेंडर को 18 हजार 500 रुपये में खरीदा गया. सुधांषू कपूर का कहना है कि अधिकारी प्रदेश की फर्मों को टारगेट करके सरकार की छवि को खराब करने की साजिश रच रहे हैं.
ऑक्सीजन गैस इंडस्ट्री के संचालक सुधांषू कपूर का कहना है कि उच्चाधिकारियों ने यह सारा काम मिली भगत से किया है. इनके रेट जानने के बाद सीपीडब्ल्यूडी के माध्यम से ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर महंगे दामों पर खरीदे गए. इन्होंने इसकी एक शिकायत सभी दस्तावेजों और अधिकारियों के नामों के साथ प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सचिव और स्वास्थ्य निदेशक को भेज दी है. साथ ही मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है.
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