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कांग्रेस में शामिल हुए मस्त राम के वोट बैंक पर BJP की नजर, करसोग के मैहरन में बनी रणनीति

करसोग विधानसभा सीट वर्तमान में भाजपा के पास है. त्रिकोणीय मुकाबले में इस सीट पर हीरा लाल करीब 5 हजार मतों के अंतर से चुनाव जीते थे. ऐसे में करसोग भाजपा का प्रयास इस लीड को बरकार रखने का भी है.

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Published : Apr 29, 2019, 9:10 PM IST

करसोग में बैठक के दौरान भाजपा कार्यकर्ता

करसोगः लोकसभा चुनाव में इस बार हॉट सीट बन चुकी मंडी संसदीय क्षेत्र में भाजपा विधायकों पर भारी लीड दिलाने का दबाव है. मुख्यमंत्री का गृह संसदीय क्षेत्र होने के कारण जयराम के लिए भी ये सीट प्रतिष्ठा का सवाल बन चुकी है. ऐसे में भाजपा ने बूथ स्तर पर बैठकों का आयोजन शुरू कर दिया है.

करसोग में बैठक के दौरान भाजपा कार्यकर्ता

इसी कड़ी में सोमवार को मैहरन बूथ में भाजपा की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता करसोग विधानसभा क्षेत्र के विस्तारक संतोष नेगी ने की. इस दौरान हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक मस्त राम के वोट बैंक पर भी चर्चा हुई. मस्त राम ने बागी होकर दो बार करसोग से कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें दोनों ही बार उनको हार का मुंह देखना पड़ा था.

प्रदेश में कांग्रेस को नया मुखिया मिलने के बाद अब मस्त राम की पार्टी में एंट्री हो गई है, लेकिन पूर्व विधायक के साथ कई लोगों की अभी पार्टी में एंट्री नहीं हुई है, जिस पर अब भाजपा की नजर है. इन लोगों ने भाजपा के साथ शामिल करने का निर्णय लिया है. इसके लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को ऐसे लोगों के साथ संपर्क बढ़ाने को कहा गया है. ऐसी ही बैठकें करसोग के सभी बूथों में आयोजित होगी, जिसमें कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर संपर्क अभियान बढ़ाने ने निर्देश दिए हैं.

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करसोग विधानसभा सीट वर्तमान में भाजपा के पास है. त्रिकोणीय मुकाबले में इस सीट पर हीरा लाल करीब 5 हजार मतों के अंतर से चुनाव जीते थे. ऐसे में करसोग भाजपा का प्रयास इस लीड को बरकार रखने का भी है. पूर्व विधायक मस्त राम की कांग्रेस में वापसी के बाद पार्टी की स्थिति मजबूत हुई है. इस बार मस्त राम को निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ने पर 5 हजार से अधिक मत पड़े थे.

ऐसे में भाजपा को लीड दिलाने के लिए और अधिक प्रयास करने होंगे. भाजपा भी इस स्थिति को बेहतर जानती है. इसी को देखते हुए भाजपा ने बूथ स्तर पर अपनी स्थिति और अधिक सुधारने का निर्णय लिया है.

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