मंडीःकीतरपुर-मनाली फोरलेन में पंडोह से लेकर औट तक बन रही 10 टनलों के 2600 करोड़ के प्रोजेक्ट के सर्वे में गड़बड़ी के कारण 2 टनलों की लंबाई बढ़ने के बाद भी 240 करोड़ की अधिक राशि की जरूरत आन पड़ी है. सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस प्रोजेक्ट की फाइल अब दोबारा से दिल्ली दरबार में घूम रही है, जहां से अप्रूवल का इंतजार किया जा रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार पंडोह से औट तक जो 10 टनलें बन रही हैं. उसकी सबसे पहली टनल के सर्वे में गड़बड़ी पाई गई है. पहले जो सर्वे किया गया था उसके हिसाब से डयोड के पास से बनने वाली 2 टनलों में प्रत्येक की लंबाई 2.1 किमी थी, लेकिन जब यहां पर काम शुरू हुआ तो पाया गया कि सर्वे सही नहीं हुआ है. इसलिए दोबारा से सर्वे किया गया तो टनलों की लंबाई में 700 से 800 मीटर का इजाफा हो गया.
1500 मीटर बढ़ी दोनों टनल की लंबाई
दोनों टनलों की लंबाई में 1500 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई. इस कारण अतिरिक्त कार्य बढ़ गया और अब इस कार्य को पूरा करने के लिए 240 करोड़ के अतिरिक्त बजट की जरूरत आन पड़ी है. ऐसे में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मंडी (बगला) कार्यालय ने इसकी पूरी प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर मंजूरी के लिए दिल्ली भेज दी है. वहां से अब अप्रूवल का इंतजार किया जा रहा है.
प्रोजेक्ट का कार्य लगभग 57 प्रतिशत पूरा