मंडी:राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर जिला आयुर्वेद अस्पताल मंडी में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. हर साल राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस धन्वंतरि जयंती यानी धनतेरस के दिन मनाया जाता है. स्वास्थ्य समस्याओं के लिए आयुर्वेदिक दवाओं को हमेशा बेहतर माना जाता है.
आयुर्वेद के ज्ञान को सरल भाषा में युवाओं तक पहुंचाएं चिकित्सक: श्रवण मांटा
राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस धन्वंतरि जयंती यानी धनतेरस के दिन मनाया जाता है. स्वास्थ्य समस्याओं के लिए आयुर्वेदिक दवाओं को हमेशा बेहतर माना जाता है. यह चिकित्सा प्राकृतिक होती है और समस्या को जड़ से खत्म करने में सक्षम होती हैं. एडीसी श्रवण मांटा ने आयुर्वेद को एक जीवन शैली बताते हुए लोगों से स्वस्थ जीवन के लिए इसे अपनाने की अपील की है.
इस अवसर पर कोविड 19 महामारी काल में आयुर्वेद विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. श्रवण मांटा ने भगवान धन्वंतरी की प्रतिमा पर माला अर्पण कर दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यशाला का शुभारंभ किया. श्रवण मांटा ने राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कोविड 19 के खिलाफ जारी लड़ाई में आयुर्वेद विभाग के योगदान की सराहना की. एडीसी श्रवण मांटा ने आयुर्वेद को एक जीवन शैली बताते हुए लोगों से स्वस्थ जीवन के लिए इसे अपनाने की अपील की है.
आयुर्वेद चिकित्सकों से आयुर्वेद के ज्ञान को सरल भाषा में युवा पीढ़ी तक पहुंचाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि विभाग के चिकित्सकों एंव कर्मचारियों ने इस बीमारी के खिलाफ अभियान में बैरियर ड्यूटी, एक्टिव केस फाइंडिंग, कोविड केयर केंद्रों में सेवाएं, कॉटेक्ट ट्रेसिंग और होम्योपैथिक इम्यूनिटी वर्धक वितरण कार्यक्रम इत्यादि में बढ़ चढ़कर भाग लिया है. उन्होंने आयुर्वेद चिकित्सकों एवं कर्मचारियों को प्रशासन की ओर से हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया.