सुंदरनगर: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रदेश को जीरो प्रतिशत चालान फ्री बनाने की ओर अग्रसर हैं. इस दिशा में परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में हुए एक सर्वेक्षण के अनुसार हिमाचल में 95.6 प्रतिशत वाहन दुर्घटनाएं वाहन चालक की अपनी गलती व लापरवाही के कारण होती हैं.
सड़क हादसों पर बोले परिवहन मंत्री, कहा- चालकों की लापरवाही से होते हैं 95.6 फीसदी हादसे - वाहन हादसों पर बोले परिवहन मंत्री
गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में वाहन दुर्घटनाओं में मृत्यु दर पिछले सालों के मुकाबले 12 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है. उन्होंने आह्वान किया कि सभी कार्यकर्ता ट्रैफिक नियमों का पालन करें.
गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि सर्वेक्षण के अनुसार 4.50 प्रतिशत वाहन दुर्घटनाएं वाहन में मैकेनिकल फॉल्ट व अन्य कारणों से सामने आ रही हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में वाहन दुर्घटनाओं में कमी लाने और जीरो प्रतिशत चालान फ्री राज्य बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सबको मिलकर कार्य करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के आमजन सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन कर हिमाचल को जीरो प्रतिशत चालान फ्री राज्य बनाया जा सकता है. परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 90 प्रतिशत वाहन दुर्घटनाएं नशे की हालत में वाहन चलाने से हो रही हैं. वाहन चलाते समय नशा करना गलत है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में मेलों व शादियों के समय नशा कर वाहन चलाने से दुर्घटनाओं की संख्या में इजाफा हो जाता है.