सुंदरनगर/मंडी: कृषि विज्ञान केंद्र मंडी की ओर से वित्त पोषित परियोजना के अंतर्गत किसानों के लिए कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर में मशरूम उत्पादन विषय पर 5 दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में जिला मंडी के विभिन्न विकास खंडों के लगभग 35 किसानों ने भाग लिया. 28 जनवरी से शुरू हुए इस कार्यक्रम में प्रशिक्षुओं को मशरूम उत्पादन विषय पर व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है.
किसानों की आमदनी को दोगुना करने का है अच्छा साधन
केंद्र के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. पंकज सूद ने बताया कि वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुना करना भारत और प्रदेश सरकार की ओर से प्रमुख प्राथमिकता दी जा रही है. उन्होंने कहा प्रचलित कृषि पद्धतियों को वैज्ञानिक तरीके से अपनाने से कुछ हद तक किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी की जा सकती है, लेकिन उनकी आमदनी को दोगुना करने के लिए खेती के साथ-साथ अन्य उद्यमों को भी शामिल करना अनिवार्य है.
डॉ. पंकज सूद ने कहा कि मशरूम भी एक ऐसा उद्यम है, जिसे खेती के साथ-साथ अपनाया जा सकता है. साथ ही इसकी खेती के लिए किसी जमीन की आवश्यकता नहीं होती है और इसे प्रशिक्षण लेकर आसानी से घर में बने कमरों में उगाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि 1 फरवरी तक चलने वाले इस शिविर में वैज्ञानिकों की ओर से किसानों को मुख्य तौर पर बटन मशरूम और ढींगरी मशरूम उत्पादन की विस्तृत जानकारी प्रदान की जा रही है.
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