कुल्लू:जिला कुल्लू में ब्यास नदी के तटीकरण के लिए भी पहले 1650 करोड़ की एक प्रपोजल बनाई गई थी. अब इस प्रपोजल पर दोबारा काम किया जाएगा. वहीं, केंद्र सरकार के समक्ष भी इस मुद्दे को रखा जाएगा, ताकि ब्यास नदी के तटीकरण से सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान ना हो सके. ढालपुर पहुंचे प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार इस मुद्दे को अब जल्द ही केंद्र के जल शक्ति मंत्रालय के समक्ष रखेगी. वहीं, यह ब्यास नदी का तटीकरण मनाली के पलचान से ओट तक किया जाएगा. इससे पहले जिला ऊना में भी स्वां नदी का तटीकरण किया गया और उससे अब खतरा काफी कम हुआ है.
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरवरी खड्ड से कुल्लू शहर को पानी की सप्लाई होती है और जिले में 60 लाख लीटर पानी की जरूरत है. बारिश और बाढ़ से मेन स्कीम को खासा नुकसान हुआ है और उसकी मरम्मत में भी दिक्कत आ रही हैं. ऐसे में जल शक्ति विभाग के अधिकारियों की टीम को तैनात किया गया है. टीम को जिले के ऊपरी इलाकों में पानी पहुंचाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि ऐसे में खुद मैंने कई योजनाओं का दौरा किया और पाया कि पेयजल योजना के लिए 5 घंटे लगातार बिजली की आवश्यकता है. ऐसे में कुछ ऐसी योजनाएं हैं जो कुल्लू के सुम्मा के पास बनी हैं. वहां बिजली की सप्लाई दी जाएगी और आज रात तक कुल्लू शहर में पानी की सप्लाई पूरी तरह से शुरू कर दी जाएगी. उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कुछ ऐसी योजनाओं को भी शुरू किया गया हैं जो बंद कर दी गई थी. वहीं, इस योजनाओं को शुरू करने के लिए 3 करोड़ से अधिक की राशि भी विभाग को उपलब्ध करवाया गया है. इसके अलावा फाटी पीज और फाटी खराहल की योजनाओं से भी कुल्लू शहर के लिए पीने का पानी उपलब्ध करवाया जाएगा. जिला मंडी में भी लगातार काम करने के बाद पानी की सप्लाई को शुरू कर दिया गया है. हमीरपुर में भी पानी की सप्लाई की मरम्मत कर ली गई है और बिलासपुर में भी लोगों को पीने का पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है.