हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

गड़सा में पैराग्लाइडिंग साइट पर विवाद: पायलटों ने सौंपा ज्ञापन, जल्द कार्रवाई की मांग

By

Published : Feb 17, 2021, 4:38 PM IST

जिला कुल्लू की गड़सा घाटी में पैराग्लाइडिंग की उड़ानों को लेकर पायलटों में विवाद पैदा हो गया है.पैराग्लाइडिंग पायलट उड़ान भरने की जगह व उतरने की जगह पर चल रहे विवाद को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं. पैराग्लाइडिंग पायलटों का प्रतिनिधिमंडल इस मामले को सुलझाने के लिए जिला पर्यटन विकास अधिकारी से मिला. यहां पैराग्लाइडिंग पायलटों ने ज्ञापन सौंपा और इस मामले में जल्द कार्रवाई की मांग रखी है.

paragliding site dispute
पैराग्लाइडिंग साइट विवाद

कुल्लूः जिला कुल्लू की गड़सा घाटी में पैराग्लाइडिंग की उड़ानों को लेकर पायलटों में विवाद पैदा हो गया है. उड़ान को लेकर जारी की गई साइट पर भी पायलटों ने रोष व्यक्त किया है. पर्यटन विकास अधिकारी कार्यालय में पैराग्लाइडिंग पायलटों ने एक ज्ञापन सौंपा है और इस मामले में जल्द कार्रवाई की मांग रखी है.

उड़ान भरने की जगह को लेकर विवाद

जिला कुल्लू की गड़सा घाटी में इन दिनों पैराग्लाइडिंग चल रही है, लेकिन पैराग्लाइडिंग पायलट उड़ान भरने की जगह व उतरने की जगह पर चल रहे विवाद को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं.

वीडियो.

पर्यटन विकास अधिकारी से मिला पायलटों का प्रतिनिधिमंडल

पैराग्लाइडिंग पायलटों का प्रतिनिधिमंडल इस मामले को सुलझाने के लिए जिला पर्यटन विकास अधिकारी से मिला. पैराग्लाइडिंग पायलटों का कहना है कि पैराग्लाइडिंग के लिए गड़सा में एक व्यक्ति को साइट आवंटित की गई है. कुछ दिनों से वह व्यक्ति पायलट व सैलानियो को परेशान कर रहा है.

पायलट राहुल करन ने बताई समस्या

पायलट राहुल करन के मुताबिक उक्त व्यक्ति का कहना है कि पायलट जिस साइट से उड़ान भर रहे हैं उन्हें उसी साइट में उतरना होगा, जबकि सच्चाई यह है कि वहां उड़ान भरने वाली साइट में आने-जाने का रास्ता काफी तंग है. इस साइट में पर्यटकों को आने-जाने के लिए तकरीबन 10 मिनट का समय लगता है. इसके अलावा वहां पर कोई भी सुविधा नहीं है. पायलटों के मुताबिक यदि राजेश कुमार की साइट से उड़ान भरी जाती है तो यहां पर कोई अनहोनी घटना घट सकती है.

राहुल का कहना है कि वे लंबे समय से किसी और साइट से उड़ान भर रहे हैं और राजेश की साइट पर उतर रहे हैं, लेकिन अब उक्त व्यक्ति उन्हें उनकी जगह से उड़ान भरने की बात कह रहा है और बात न मानने पर पायलटों को तंग कर रहा है. ऐसे में पर्यटन विभाग फिर से नई साइट का चयन करे, ताकि पैराग्लाइडिंग पायलट रोजी कमा सके.

ये भी पढ़ें-क्या हिमाचल में शहरवासियों को मिल रहा है शुद्ध जल, देखें ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट

ABOUT THE AUTHOR

...view details