कुल्लू:देश में साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण आज दोपहर 1:42 से लेकर शाम 6:41 तक लगेगा. इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव भारत के कुछ राज्यों में ही देखने को मिलेगा. वहीं, यह ग्रहण ज्येष्ठ मास की अमावस्या के दिन लग रहा है और आज के दिन ही शनि भगवान की जयंती भी देशभर में मनाई जा रही है.
भारत में आंशिक रुप से दिखेगा ग्रहण
भारत में सूर्यग्रहण आंशिक रूप में ही दिखाई देगा. यह सूर्य ग्रहण भारत में सिर्फ अरुणाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में कुछ हिस्सों में दिखाई देगा. बाकी किसी भी राज्य में इस ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं रहेगा. ऐसे में इसका सूतक भी कुछ जगह ही मान्य होगा. ज्योतिषाचार्य दीप कुमार शास्त्री का कहना है कि दिखाई न देने के कारण ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा.
ज्योतिषाचार्य दीप कुमार का कहना है कि 10 जून 2021 को लगने वाला सूर्य ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा. यह वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा और यह खगोलीय घटना तब होती है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं.
ग्रहण में न करें कोई शुभ काम
देश के जिन स्थानों पर यह सूर्य ग्रहण दिखाई देगा, वहां इसका सूतक काल भी मान्य होगा. ग्रहण मान्य होने पर इसका सूतक काल सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले लग जाएगा. इसमें कोई भी शुभ कार्य जैसे यज्ञ अनुष्ठान आदि नहीं किए जाएंगे. मंदिरों के कपाट बंद रहने के अतिरिक्त सूतक काल में और ग्रहण के दौरान केवल भगवान के भजन ही मान्य होंगे.
ग्रहण के दौरान क्या करें, क्या न करें
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि ग्रहण शब्द ही नकारात्मक है. ज्योतिष के लिहाज से ग्रहण कहीं भी लगे, दिखाई दे या न दे लेकिन उसका प्रभाव मानव जीवन पर अवश्य पड़ता है. ऐसे में ग्रहण के दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य को करने से बचें. भोजन न बनाएं. धारदार वस्तुओं का प्रयोग न करें. भगवान की प्रतिमाओं को हाथ न लगाएं. ग्रहण काल में सोना वर्जित माना जाता है. बालों में कंघी न करें. ग्रहण के समय दातुन न करें.
राशियों पर ग्रहण का असर
साल के पहले सूर्यग्रहण का मेष, वृष, मिथुन, कर्क, कन्या, मकर और मीन राशि पर विपरीत असर है जबकि सिंह राशि, धनु राशि के लिए यह सूर्यग्रहण ठीक है.
- मेष
मेष राशि वालों को क्रोध, गलत कार्य की तरफ ध्यान और बदनामी भी सहनी पड़ सकती है.
- वृष