कुल्लू: जिला कुल्लू में हाल ही में हुई बारिश और ऊंचाई पर बर्फबारी से घाटी के किसान बागवानों को राहत मिली है. किसानों ने रबी की खेती के साथ-साथ मटर की खेती भी शुरू कर दी है, लेकिन पर्याप्त मात्रा में बीज उनको नहीं मिल पा रहा है. इसके चलते कृषि विभाग ने मटर के बीज की डिमांड भेजी है.
गत दिनों हुई बारिश के बाद खेतों में पर्याप्त नमी होना गेहूं की बिजाई के लिए उपयुक्त है. कुल्लू में पिछले साल की अपेक्षा इस साल अधिक मटर की बिजाई की जा रही है. हालांकि कृषि विभाग ने मटर का बीज मंगवाया था लेकिन किसानों की मांग अधिक होने के चलते वह बीज कम पड़ गया. इसके चलते एक बार फिर से कृषि विभाग ने मटर की सप्लाई मांगी है.
किसानों का कहना है कि नवंबर में हुई बारिश से रबी की फसल बिजाई के लिए अनुकूल मौसम है. बारिश से किसानों को भी राहत मिली है. किसानों के अनुसार वे लोग अच्छी गुणवत्ता वाले बीज को कृषि विभाग के कृषि प्रसार केंद्रों से खरीदकर अपने खेतों में लगा रहे हैं, लेकिन पर्याप्त मात्रा में बीज न मिलने के चलते उनका कार्य भी लटक गया है.
वहीं कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजपाल शर्मा ने कहा कि इस साल समय पर बारिश होने से खेतों में पर्याप्त नमी है. इस कारण लोग गेहूं व मटर की बिजाई करने में जुटे हुए हैं. हालांकि कुल्लू जिला के लिए मटर का बीज मंगवाया गया था, लेकिन पर्याप्त मात्रा न होने के चलते किसानों को कुछ जगह पर मटर का बीज नहीं मिल पा रहा है. कृषि विभाग की ओर से मटर के बीज की डिमांड भेजी गई है और जल्द ही किसानों को मटर का बीज उपलब्ध करवाया जाएगा.
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