कुल्लू/आनी:एक ओर कोरोना काल के बीच जहां बागवानों को पहले ही आर्थिक दृष्टि से बेहद नुकसान झेलना पड़ा है, वहीं सरकार ने बागवानों को एक जोर का झटका दिया है. पिछले साल रूट स्टाक के जो सेब के पौधे विभाग द्वारा 240 रूपये में विक्रय किए गए थे, इस साल वही पौधे 115 रुपये बढ़ाकर 355 रुपये किए गए हैं. जिससे बागवानों में सरकार व विभाग के रवैये के प्रति बेहद आक्रोश है.
सरकार के फैसले से निराश सेब के बागवान
बतादे कि, एक ओर जहां बागवानी को सुदृढ़ करने के लिए सरकार द्वारा बेहद महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट जमीन पर उतारे गए हैं, वहीं सरकार द्वारा बागवानों के लिए इस बार बढ़ाए गए भारी भरकम सेब के दामों से ऐसी परियोजनाओं पर बागवानों की तरफ से सवालिया निशान भी उठाए हैं.
पौधों के दामों में बढ़ोतरी
आनी वैली ग्रोवर एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश ठाकुर, विरेन्द्र परमार, संतोष ठाकुर, सहित एसोसिएशन के तमाम सदस्यों का कहना है कि इस साल कोरोना ने जहां पहले से ही बागवानों की हालत खराब कर दी वहीं, इसके बावजूद सरकार ने रूट स्टाॅक की पौधों के दामों में रिकॉर्ड 115 रुपये बढ़ाकर 355 रुपये कर दिए गए हैं, जबकि अखरोट का पेड़ जो पिछली साल 775 रुपये का था वो साल 1500 रुपये का किया गया है जिससे बागवानों के होश उड़ गए हैं.