मनाली:हिमाचल जिसकी प्रकृतिक सुंदरता स्वर्ग की तरह है, वहीं यहां के कण-कण में देवी-देवताओं का वास है. शायद इसीलिए तो इस प्रदेश को देवभूमि कहा जाता है. प्राचीन काल से ही हिमाचल प्रदेश देवी देवताओं की प्रिय भूमि रही होगी. यहां के प्राचीन मन्दिर और धार्मिक परम्पराएं हमेशा से ही लोगों को अपनी और आकर्षित करती है. जिन्हें देखने के लिए हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक यहां पंहुचते हैं.
पर्यटन नगरी मनाली के सोलंग नाला से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर अंजनी महादेव वास करते हैं. यहां पर हर साल प्रकृतिक रूप से एक शिवलिंग तैयार होता है. जिसकी ऊंचाई हर साल बढ़ती और घटती रहती है. इस बार भी अंजनी महादेव में करीब 20 से 25 फीट ऊंचा शिवलिंग बना हुआ है. जिसे देखने के लिए पर्यटक यहां पर पंहुच रहे हैं. मनाली आए पर्यटकों का कहना है कि मनाली घूमने आये पर्यटकों ने बताया कि वह मनाली आकर यहां आना कभी नहीं भूलते.
मान्यता है कि यहां पर माता अंजनी ने पुत्र प्राप्ति के लिए तपस्या की थी. माता अंजनी की तपस्या से प्रसन्न होकर यहां पर भगवान शिव प्रकट हुए थे और तभी से लेकर यहां पर बर्फ का शिवलिंग बनता और हर साल अपना आकार बदलता है.