किन्नौर:जनजातिय जिला किन्नौर के जनजातीय सलाहकार परिषद के सदस्य शांता नेगी ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि जिला किन्नौर में कोरोना के कई मामले सामने आए हैं. ऐसे में किन्नौर के डॉक्टर दिन-रात अपनी जान की परवाह किए बिना अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन सभी डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मियों, सफाई कर्मियों का धन्यवाद करना चाहिए.
शांता नेगी ने कहा कि किन्नौर में डॉक्टरों की भारी कमी है. ऐसे में जिला के क्षेत्रीय चिकित्सालय के डॉक्टर दिन रात कोरोना मरीजों की सेवा के साथ लोगों के सैंपल भी ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि अबतक किन्नौर में करीब 1000 से अधिक सैंपल लिए गए हैं, जिसमें से 8 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और 3 लोग ठीक हो गए हैं.
शांता नेगी ने कहा कि इसमें डॉक्टर, सफाई कर्मी, आशा वर्कर्स का भरपूर सहयोग रहा है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जिला के सभी कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित किया जाए, जिससे इन सभी लोगों का हौसला बना रहे. उन्होंने कहा कि वे जनजातीय सलाहकार के सदस्य होने के नाते कोरोना मरीजों तक खाने-पीने का सामान व दूसरी चीजें पहुंचाते है. साथ ही राज्यपाल से वीडियो कांफ्रेंसिंग में उन्होंने जिला में कोरोना काल के दौरान पेश आ रही दिक्कतों को भी सामने रखा, जिसपर राज्यपाल में किन्नौर की समस्याओं को निपटाने का आश्वासन भी दिया है.
बता दें कि जनजातीय सलाहकार परिषद के सदस्य शांता नेगी ने कहा कि इस विपदा की घड़ी में डॉक्टरों, सफाई कर्मचारी, आशा वर्कर्स ने अपने परिवार से दूर रहकर कोरोना मरीजों व लोगों की भरपूर सहयाता की है, जिसके लिए किन्नौर की जनता हमेशा आभारी रहेगी और इन सभी लोगों का जनता को भी हौसला बढ़ाना चाहिए. जिले में ठीक हुए कोरोना मरीज से गांव में भेदभाव नहीं होना चाहिए और उन्हें मानसिक रूप से खुश रखने का प्रयास करें.
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