किन्नौर:जन्माष्टमी के मौके पर ईटीवी भारत आपको युला कांडा झील के दीदार करवाएंगा. ठंडे पानी की निर्मल झील किन्नौर जिले के युला गांव में स्थित है. यहां आसमान छूते पहाड़ चारों तरफ फैली हरियाली किसी का भी दिल मोह ले. जन्माष्टमी के मौके पर यहां का मौहाल देखते ही बनता है.
जन्माष्टमी पर यहां लगने वाले मेले को सरकार ने राज्य स्तरीय उत्सव घोषित किया है. जन्माष्टमी पर श्रद्धालु यहां यशोद्धा के लाल कृष्ण कन्हैया की भक्ति में लीन हो जाते हैं. गीत-संगीत का दौर शुरू होता है. स्थानीय लोग यहां पहुंचकर पहाड़ी नृत्य करते हैं.
जन्माष्टमी के बाद अक्तूबर में श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए जाते हैं. यहां घास चर रही गायों को देखकर लगता है कि स्वयं कृष्ण भगवान यहां ग्वाले के रूप में विराजमान हो. कहा जाता है कि इस झील का निर्माण अज्ञात वास में पांडवों ने एक ही रात में कर दिया था. पांडवों ने पहाड़ से एक नहर के पानी को मोड़ कर इस झील को बनाया था.