किन्नौरः रामपुर में जनजातीय भवन न होने से लाहौल स्पीति और किन्नौर के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जनजातीय जिला किन्नौर व लाहौल स्पीति के लोगों को इलाज दवाई व के लिए रामपुर जाना पड़ता है. ऐसे में उन्हें कई बार यहीं ठहरना पड़ता है. यहां निजी होटलों में ठहरने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नजर नहीं आता है. निजी होटल लोगों से मोटी रकम ऐंठते हैं.
वर्ष 2011 में इस समस्या को देखते हुए किन्नौर व लाहौल स्पीति के लोगों ने उस समय की मौजूदा धूमल सरकार से बार-बार गुहार लगाई थी. जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल व जिला किन्नौर के पूर्व विधायक तेजवंत सिंह नेगी ने रामपुर में किन्नौर व लाहौल स्पीति लोगों को ठहरने के लिये जनजातीय भवन का शिलान्यास किया था. लगभग आठ वर्ष बीत जाने के बाद भी किन्नौर व लाहौल स्पीति के लोगों के लिए आज भी यहां जनजातीय भवन का निर्माण हो पाया है. धूमल सरकार के बाद वीरभद्र सरकार भी आकर चली गई. जयराम सरकार भी डेढ़ साल का कार्यकाल लगभग पूरा चुकी है, लेकिन अभी भी भवन के नाम पर सिर्फ गड्ढे ही हैं.