ज्वालामुखी/कांगड़ा: बेंगलुरु से लौटे ज्वालामुखी में संस्थागत क्वारंटाइन लोगों ने सुविधाओं के अभाव और सफाई व्यवस्था को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया था. वीडियो के वायरल होने पर विधायक रमेश धवाला ने शुक्रवार देर शाम दो धर्मशालाओं में ठहराए गए 97 लोगों के लिए प्रसाशन द्वारा की गई व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण पर किया.
अग्रवाल ट्रस्ट धर्मशाला ज्वालामुखी पहुंचने पर धवाला ने क्वारंटाइन किए गए लोगों से बातचीत की. धवाला ने बाहरी राज्यों से आए लोगों से पूरी जानकारी ली. इस दौरान लोगों ने बताया कि ठहरने के लिए अलग-अलग कमरा दिया गया है, लेकिन शौचालयों की पूर्ण व्यवस्था न होने के चलते पांच से छह लोग एक ही शौचालय का प्रयोग कर रहे हैं. इतनी बात सुनते ही धवाला गुस्से से भड़क उठे. उन्होंने मौके पर ही प्रसाशनिक अधिकारियों को फटकार लगा दी.
धवाला ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि ज्वालामुखी में 100 नहीं, बल्कि हजारों लोगों के ठहरने की उचित व्यवस्था पूरे नियमों के तहत की जा सकती है. निर्देशों के बावजूद क्वारंटाइन किए हुए लोगों के लिए प्रति व्यक्ति एक शौचालय की व्यवस्था नहीं की गई है. कोरोना महामारी को ज्वालामुखी प्रसाशन हल्के में क्यों ले रहा है. जबकि बार-बार प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस बात पर जोर दे रहे हैं कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए क्वारंटाइन नियमों का पूरी तरह से पालन हो.
प्रसाशनिक अधिकारियों को फटकार लगाने के बाद भी धवाला शांत नहीं हुए और उन्होंने मौके पर ही उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति को फोन कर दिया. उपायुक्त के साथ ज्वालामुखी प्रसाशन की इस गैर जिम्मेदाराना हरकत की शिकायत की. धवाला ने शनिवार तक जिला प्रसाशन को क्वारंटाइन किए हुए लोगों के लिए अलग-अलग कमरे के साथ अलग-अलग शौचालयों की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि ज्वालाजी की अन्य धर्मशालाओं को भी इस काम के लिए प्रयोग किया जा सकता है. विधायक के एक्शन पर क्वारंटाइन किए गए सभी लोगों ने अपने-अपने कमरों की बाल्कनियों से ताली बजाकर धवाला का अभिवादन किया.