कांगड़ा: डॉ. राजेंद्र प्रसद मेडिकल कॉलेज टांडा में 1.85 करोड़ की लागत से कोविड अस्पताल तैयार किया गया है. यहां कोरोना संक्रमित मरीजों को रखा जाएगा. इसके साथ ही इस अस्पताल के निर्माण से मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी वार्ड को फिर से खेल दिया जाएगा. कोरोना महामारी के चलते सुपर स्पेशलिटी वार्ड लगभग 1 साल से बंद पड़ा हुआ है.
इन जिलों के लोगों को होगा फायदा
टांडा अस्पताल में हृदय रोग से पीड़ित मरीजों को ऑपरेशन और इलाज की सुविधा मिल सकेगी. साथ ही मरीजों को निजी अस्पतालों के चक्कर काटने से छुटकारा मिलेगा. कांगड़ा सहित चंबा, हमीरपुर, ऊना और मंडी जिलों के उन हजारों मरीजों के लिए यह राहत की खबर है जो पिछले एक साल से नियमित विशेषज्ञ स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तरस रहे थे. अब अस्पताल में दिल के मरीजों को स्टंट पड़ सकते हैं और नियमित ईको टेस्ट भी हो सकते हैं. कोरोना काल में कार्डियोलॉजी, ओंकोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी जैसे विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सक 500 बिस्तर वाले अस्पताल भवन की ओपीडी में तो बैठ रहे थे, लेकिन मरीजों को इस ब्लॉक की स्वास्थ्य सेवाएं सुचारु नहीं मिल पा रही थीं.