धर्मशालाः कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस में एक बार फिर से कांग्रेस की सबसे लंबे समय तक अध्य्क्ष रही सोनिया गांधी को अंतरिम अध्य्क्ष बनाया गया है. घूम फिर कर कांग्रेस पार्टी की कमान गांधी परिवार के पास ही गई है. जब से सोनिया गांधी कांग्रेस की अंतरिम अध्य्क्ष बनी है, तब से कांग्रेस पार्टी पर परिवारवाद के आरोप लगने फिर शुरु हो गए हैं.
सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने पर भाजपा ने ली चुटकी, कहा- कांग्रेस पार्टी में कोई भी अध्यक्ष पद लेने को तैयार नहीं
भाजपा मीडिया सह-प्रभारी राकेश शर्मा ने चुटकी लेते हुए कहा कि देशभर में कांग्रेस बहुत बुरे दौर से गुजर रही है. आलम यह है कि कांग्रेस देश की सिकुड़ती हुई पार्टी बन रही है. सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त करने पर राकेश शर्मा ने कहा कि हालांकि यह पार्टी का अंदरुनी मामला है, लेकिन सच्चाई यही है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के अलावा कोई भी कांग्रेस का अध्यक्ष पद लेने को तैयार नहीं है.
इसी कड़ी में प्रदेश भाजपा मीडिया सह-प्रभारी राकेश शर्मा ने चुटकी लेते हुए कहा कि देशभर में कांग्रेस बहुत बुरे दौर से गुजर रही है. आलम यह है कि कांग्रेस देश की सिकुड़ती हुई पार्टी बन रही है. सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त करने पर राकेश शर्मा ने कहा कि हालांकि यह पार्टी का अंदरुनी मामला है, लेकिन सच्चाई यही है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के अलावा कोई भी कांग्रेस का अध्यक्ष पद लेने को तैयार नहीं है, क्योंकि कांग्रेस में कई समस्याएं पैदा हो गई हैं.
राकेश शर्मा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से हटाई गई अनुच्छेद 370 और 35ए को लेकर कांग्रेस द्वारा विरोध किया जा रहा है. कांग्रेस के ही कई बड़े नेताओं ने 370 व 35ए को हटाने का समर्थन किया है, लेकिन कांग्रेस के कुछ नेता इसका विरोध कर रहे हैं. यही कारण है कि कई नेता कांग्रेस छोड़ रहे हैं. अनुच्छेद 370 और 35ए को लेकर कांग्रेस दो भागों में बंट चुकी है.