कांगड़ा: करगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ पर विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार (Assembly Speaker Vipin Singh Parmar) ने वीर नारियों, शहीदों के परिजन और भूतपूर्व सैनिक को सम्मानित किया. शौर्य दिवस के रूप में सुलाह में आयोजित कार्यक्रम में मातृभूमि की रक्षा और सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर योद्धाओं को याद कर नमन किया गया.
विधानसभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा, कैप्टन सौरव कालिया और मेजर सुधीर वालिया की तस्वीरों पर श्रद्धासुमन अर्पित किए. उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय सेना में हिमाचल प्रदेश से सैनिकों का योगदान और भूमिका हमेशा महत्वपूर्ण और अविस्मरणीय रही है. हिमाचल के वीर सपूतों ने समय-समय पर अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए अपनी वीरता का परिचय दिया है.
उन्होंने कहा कि सेना के सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र प्रदेश के शहीद मेजर सोम नाथ शर्मा ने प्रथम बार प्राप्त करने का गौरव प्राप्त किया है. करगिल युद्ध में अदम्य साहस के लिए शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा (Captain Vikram Batra) और वीर सैनिक संजय कुमार को परमवीर चक्र से नवाजा गया है. उन्होंने कहा कि करगिल युद्ध में भी प्रदेश के 52 रणबांकुरों ने मातृभूमि की रक्षा में शहादत को गले लगाया था और लगभग 400 सैनिक घायल हुए थे. सरकार सैनिकों और भूतपूर्व सैनिकों के मान-सम्मान तथा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए बचनबद्ध है.