धर्मशाला: हिमाचल पथ परिवहन निगम की कंडक्टर भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले के आरोपी अभ्यर्थी ने मंगलवार को पुलिस थाना शाहपुर में आत्मसमर्पण कर दिया. इसके अलावा उसके दो तीन अन्य लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनमें से एक व्यक्ति व्यक्ति हिमाचल पथ परिवहन निगम में परिचालक के रूप में कार्यरत है, जबकि दो अन्य लोगों ने पेपर सॉल्व करने में उसकी मदद की थी. बताया जा रहा है कि आरोपी शिमला हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत लेने की फिराक में थे.
जानकारी के अनुसार मंगलवार को कंडक्टर भर्ती पेपर लीक मामले के एक आरोपी निवासी गांव वोहरका डाकघर भाली तहसील जवाली जिला कांगड़ा ने पुलिस थाना शाहपुर में आत्मसमर्पण कर दिया. आरोपी पिछले दो दिन से फरार चल रहा था, जिसकी तलाश में पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही थी.
वहीं, पुलिस ने उस व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है, जिसे आरोपी ने व्हाट्सएप के जरिए कंडक्टर भर्ती के पेपर की फोटो खींच कर भेजी थी. दूसरा व्यक्ति निवासी भाली हिमाचल परिवहन निगम में बतौर परिचालक नौकरी करता है और आरोपी के ही गांव का था. वहीं पुलिस ने दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है. इनकी पहचाननिवासी भाली और भनाला के रूप में हुई है.
दोनों ही युवकों ने वायरल पेपर को सॉल्व किया था और उसे आरोपी अभ्यर्थी के व्हाट्सएप नंबर पर भेजा था. पुलिस पेपर लीक मामले में हिरासत में लिए गए चारों लोगों से पूछताछ कर रही है. एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने बताया कि कंडक्टर भर्ती पेपर लीक मामले में आरोपी मनोज कुमार ने पुलिस थाना शाहपुर में आत्मसमर्पण कर दिया है. साथ ही पुलिस ने तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है, जिन्होंने आरोपी अभ्यर्थी की पेपर साल्व करने सहित अन्य तरीकों से मदद की थी. पुलिस चारों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. आरोपियों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा.
ये भी पढ़ें:कंडक्टर भर्ती पेपर लीक मामले में 7 सदस्यीय SIT करेगी जांच, डीजीपी ने गठित की टीम