धर्मशाला:हिमाचल प्रदेश में पालमपुर विधानसभा सीट काफी अहम है. इस सीट पर मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है. यहां भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक कपूर और कांग्रेस प्रत्याशी आशीष बुटेल के बीच टक्कर है. खैर जनता किस प्रत्याशी पर अपना भरोसा जताती है ये तो 8 दिसंबर को पता चल जाएगा. ये देखना दिलचस्प होगा की भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबले में कौन बाजी मारता है. (Palampur Assembly Seat)
कौन हैं कांग्रेस प्रत्याशी आशीष बुटेल: 42 वर्षीय आशीष बुटेल वर्तमान में पालमपुर से कांग्रेस विधायक हैं. 2017 में आशीष बुटेल ने भाजपा की इंदू गोस्वामी को 4324 वोटों के मार्जिन से हरा कर जीत दर्ज की थी. बता दें कि आशीष बुटेल, पालमपुर से 3 बार विधायक रहे बृज बिहारी लाल बुटेल के बेटे हैं.
आशीष बुटेल के पास संपत्ति: बात अगर आशीष बुटेल के पास संपत्ति की करें तो चल संपत्ति 69 लाख 19 हजार हैं वहीं, अचल संपत्ति 27 करोड़ 2 लाख है. वहीं, अगर उनकी शिक्षा की बात करें तो उन्होंने बीए और बीकॉम की पढ़ाई की है.
कौन है भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक कपूर: 54 वर्षीय त्रिलोक कपूर हिमाचल प्रदेश भाजपा के महामंत्री व वूल फेडरेशन के अध्यक्ष हैं. पालमपुर से उन्हें भाजपा ने टिकट दिया है. यदि त्रिलोक कपूर बुटेल को हरा देते हैं तो निश्चित तौर से उनका कद और बढ़ेगा.
कितनी संपत्ति के मालिक हैं त्रिलोक कपूर: भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक कपूर के पास चल संपत्ति 72 करोड़ 39 लाख और अचल संपत्ति 2 करोड़ 67 लाख है. वहीं, बात अगर इनकी शिक्षा की करें तो बीए फर्स्ट ईयर पास किया है.
क्या है पालमपुर सीट के समीकरण:आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो पालमपुर विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा कब्जा कांग्रेस ने ही किया है. इस सीट पर 1972 से अब तक हुए 11 चुनावों में से कांग्रेस अकेले 7 चुनाव जीतकर अपनी जबरदस्त पकड़ बनाए हुए है. पालमपुर विधानसभा क्षेत्र की बात की जाए तो यहां पर बुटेल परिवार का दबदबा अभी तक कायम है, लेकिन राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इस बार के विधानसभा चुनावों में बुटेल परिवार के लिए जीत की राह आसान नहीं रहेगी.
इतना फीसदी हुआ मतदान:पालमपुर विधानसभा क्षेत्र में साल 2017 के हुए चुनावों में यहां की जनता ने कुल 71.35 प्रतिशत मतदान किया था लेकिन इस मर्तबा यहां की जनता ने 72.45 प्रतिशत मतदान किया है. यहां कुल 77088 मतदाताओं में से 55854 ने मतदान किया, जिनमें 26218 पुरुष तथा 29636 महिला मतदाता शामिल है.
भाजपा और कांग्रेस में सीधी टक्कर:पालमपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा व कांग्रेस में सीधी टक्कर मानी जा रही है. भाजपा प्रत्याशी त्रिलोक कपूर, आशीष बुटेल को कड़ी टक्कर देते हुए नजर आ रहे हैं. हालांकि चुनावी मैदान में आम आदमी पार्टी अपनी उपस्थिति जरूर दर्ज करवा रही है. लेकिन आम आदमी पार्टी दूर-दूर तक चुनावी मुकाबले में नजर नहीं आ रही है. (Trilok Kapoor VS Ashish Butail)
कांग्रेस का रहा है कब्जा:पालमपुर विधानसभा सीट पर साल 2017 के चुनावों में कांग्रेस के आशीष बुटेल ने 24,252 यानी 47.92 प्रतिशत मत प्राप्त किए थे और भाजपा की इंदू गोस्वामी को दूसरे 19,928 यानी 39.38 प्रतिशत मतों पर सिमेट दिया था और 4,324 वोटों के मार्जिन से सीट पर जीत दर्ज की थी. इस सीट पर 2012, 2003, 1998, 1993, 1985 और 1972 के सभी चुनाव कांग्रेस ने जीते हैं. मात्र 1977, 1982, 1990 और 2007 के चुनाव जेएनपी और भाजपा ने जीते हैं. अहम बात यह है कि 1972 का चुनाव कांग्रेस के कुंज बिहारी लाल ने निर्दलीय प्रत्याशी बल सिंह गलेरिया को हरा कर जीता था. इसके बाद पांच चुनाव बृज बिहारी लाल बुटेल ने जीते हैं. इसके चलते यह सीट कांग्रेस के वर्चस्व वाली सीटों में शुमार है.
पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के अहम मुद्दे:पालमपुर विधानसभा क्षेत्र में मुख्य समस्या (Palampur Assembly Constituency Issues) पार्किंग की है. इस क्षेत्र में पार्किंग सुविधा न होने से पालमपुर में आने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है. वहीं, कई सरकारें आई और गई लेकिन किसी ने भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया. यही कारण है कि जनता को आए दिन इस समस्या से दो चार होना पड़ रहा है. इतना ही नहीं अगर पालमपुर में सड़क के किनारे अगर लोग वाहन पार्क करते हैं तो उनके वाहन का चालान पुलिस द्वारा काट दिया जाता है. पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के कई हिस्सों में सड़क सुविधा बेहतर नहीं होने से लोगों को परेशानी पेश आ रही है. (Himachal Pradesh elections result 2022)
2017 में पालमपुर विधानसभा सीट पर जीत का अंतर: 2017 के चुनावों में आशीष बुटेल ने भाजपा प्रत्याशी इंदु गोस्वामी को 4,324 मतों से हराया था. आशीष बुटेल को 24,252 मत मिले थे, जबकि भाजपा प्रत्याशी इंदु गोस्वामी को 19,928 वोट मिले थे. वहीं, निर्दलीय उम्मीदवार प्रवीण शर्मा को 3,198 वोट मिले थे. इस तरह से इन चुनावों में आशीष बुटेल ने जीत हासिल की थी. इन चुनावों में पूर्व विधायक प्रवीण शर्मा ने आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था और उनको तीन हजार से जयादा मत मिले थे. उस वक्त वह पार्टी से टिकट न मिलने के चलते नाराज चल रहे थे, लेकिन कुछ समय बाद वह दोबारा भाजपा में शामिल हो गए थे. 2017 में पालमपुर में मतदाताओं की संख्या 69,809 थी. 35,734 पुरुष और 34,075 महिला मतदाताओं की संख्या थी.
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