धर्मशाला : प्रदेश में बरसात का मौसम आते ही स्क्रब टाइफस के मामले देखने को मिलते हैं. जिसे लेकर कांगड़ा स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी करनी शुरु कर दी है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विक्रम कटोच ने इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अब बरसात का मौसम आने वाला है, इसमें स्क्रब टाइफस फैलने का खतरा अधिक होता है. अगर लोगों को इसके बारे में जानकारी हो तो इससे समय रहते बचा जा सकता है.
कैसे फैलता है स्क्रब टाइफस ?
स्क्रब टाइफस एक रिकेटसिया नामक जीवाणु से फैलता है जो कि पिसुओं में पाया जाता है. संक्रमित पिस्सू, जंगली चूहों में पाए जाते हैं जो कि घरों के आस-पास उगी घास तथा खेतों में से घरों में आ जाते हैं. पिस्सू उन्हीं से घरों में फैल जाते हैं. संक्रमित पिस्सू स्वस्थ आदमी को काटता है और स्क्रब टाइफस फैलाता है.
स्क्रब टाइफस के लक्ष्ण
स्क्रब टाइफस वाले मरीज को 104 से 105 डिग्री तक बुखार होता है. जोड़ों में दर्द, गर्दन, बाजुओं के निचले भाग व कूल्हों में गिल्टियां होना इसके लक्षण होते हैं. उन्होंने बताया कि कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरन्त नजदीक के स्वाथ्य केन्द्र जाकर डॉक्टर को दिखाएं, अपनी मर्जी से दवा न खाएं.