ज्वालामुखीः प्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में 25 जनवरी से 3 फरवरी तक गुप्त नवरात्रों का आयोजन किया जाएगा. गुप्त नवरात्रों के चलते ज्वालामुखी मंदिर में पुजारी और विद्वान वर्ग मिलकर 9 दिनों तक अनुष्ठान करेंगे.
गुप्त नवरात्रों पर शक्तिपीठ ज्वालामुखी में होगा विशेष अनुष्ठान, तंत्र विद्या के लिए होती है भगवती की पूजा
प्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में 25 जनवरी से 3 फरवरी तक गुप्त नवरात्रों का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान विश्व शांति और विश्व कल्याण के लिए मां ज्वाला के मूल मंत्र, बटुक भैरव व अन्य जप किए जाते हैं.
मंदिर के पुजारी शुभ्रांशु भूषण दत्त ने बताया कि विश्व कल्याण के लिए गुप्त नवरात्रों में अनुष्ठान किया जाता है. इन गुप्त नवरात्रों में किए गए पूजन हवन यज्ञ का फल कई हजार गुणा अधिक होता है और उन्हें श्रेष्ठ माना जाता है. गुप्त नवरात्रों के दौरान विश्व शांति और विश्व कल्याण के लिए मां ज्वाला के मूल मंत्र, बटुक भैरव व अन्य जप किए जाते हैं.
क्यों मनाए जाते हैं गुप्त नवरात्रे
हिंदू धर्म में नवरात्र मां दुर्गा की साधना के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण माने जाते हैं. नवरात्र के दौरान साधक विभिन्न तंत्र विद्याएं सीखने के लिए मां भगवती की विशेष पूजा करते हैं. तंत्र साधना के लिए गुप्त नवरात्र बेहद विशेष माने जाते हैं. गुप्त नवरात्रि में साधक बिशेष और कड़े नियमों से व्रत रखे जाते हैं और बिशेष पूजा अर्चना के बाद गुप्त सिद्धियां प्राप्त करते हैं. इन दिनों मन्दिर में प्रतिदिन पूजा पाठ का दौर नियमीत रूप से चलता रहता है.