धर्मशाला: कांगड़ा की राजनीति जहां एक तरफ भाजपा के हाथ से निकलती हुई लग रही है. साथ ही लगातार भाजपा की गुटबाजी कांगड़ा में बढ़ती चली जा रही हैं. वहीं, मौके का फायदा उठाते हुए एक बैठक के माध्यम से कांग्रेस ने कांगड़ा जिला में एकजुटता का संदेश देने का प्रयास किया है. इस बैठक में कांगड़ा की राजनीति के दो दिग्गज जीएस बाली और सुधीर शर्मा भी साथ में दिखाई दिए.
कांगड़ा की राजनीति को लेकर इस बैठक में प्रमुखता से चर्चा की गई कि अब कांग्रेस की अगली रणनीति कांगड़ा जिला में क्या होगी. कांगड़ा जिला में भाजपा का भू माफिया कांग्रेस का सबसे बड़ा राजनीतिक हथियार रहेगा और इसके अलावा धर्मशाला को दूसरी राजधानी की जो घोषणा और नोटिफिकेशन कांग्रेस सरकार ने की थी, उस नोटिफिकेशन को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पूरी स्थिति को स्पष्ट करें कि उनका इस विषय को लेकर क्या कहना है.
वहीं, बैठक में सभी नेताओं ने एकजुटता के साथ इस बात का भी फैसला लिया कि अब जब भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कांगड़ा जिला का प्रवास होगा, तो उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी कांग्रेस पार्टी हर मंच पर करेगी.
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि धर्मशाला को दूसरी राजधानी को लेकर जो मसला है, उसके ऊपर इस सरकार ने कुछ नहीं किया, ना ही कांगड़ा जिला में जो भी रुके हुए कार्य हैं, उनको लेकर कोई कार्यक्रम सरकार ने बनाया. भाजपा पूरी तरह से आपस में उलझी हुई दिखाई दे रही है.
इस तरह से अब यह कहा जा सकता है कि जिस तरह से पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली बार-बार कह रहे हैं कि इस बार मुख्यमंत्री की बारी कांगड़ा जिला की है, तो कहीं ना कहीं कांग्रेस की यह एकजुटता एक मंच पर होकर बैठना, जिसमें विशेष रूप से सुधीर शर्मा और बाली दोनों नेता उपस्थित रहे तो, एक संदेश कार्यकर्ताओं में देने का प्रयास किया जा रहा है कि अगली लड़ाई के लिए कांग्रेस ने अब तैयारी शुरू कर दी है.
इस बैठक में कांगड़ा जिला के सभी बड़े चेहरे जिसमें पूर्व परिवहन मंत्री वाली, पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा, पूर्व राज्यसभा सांसद विप्लव ठाकुर, संजय रतन ,चंद्र कुमार, आशीष बुटेल, पवन काजल, केबल सिंह पठानिया किशोरी लाल, यादविंदर गोमा, जगजीवपल, अजय महाजन, सहित सभी बड़े चेहरे उपस्थित रहे.
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