पालमपुर:भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने देश भर के सभी कृषि विश्वविद्यालयों में रैंकिंग पर पालमपुर स्थित चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय को 14वें स्थान पर रखा है.
गौर रहे कि वर्ष 2016 में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने विश्वविद्यालय को रैंकिंग में 23वें स्थान पर रखा था और वर्ष 2017 में यह विश्वविद्यालय 19वें रैंक पर पहुंचने में सफल हुआ था. इस वर्ष विभिन्न कसौटियों पर परखने के बाद कृषि विवि को 14वां रैंक प्रदान किया गया है.
हालांकि पिछले साल के मुकाबले प्रदेष कृषि विवि तीन स्थान नीचे रहा है. देश के करीब 75 कृषि विश्वविद्यालयों, मानित विश्वविद्यालयों और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों में इस विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक, अनुसंधान, प्रसार शिक्षा व आमदनी प्राप्त करने में बेहतर रहने पर 14वां स्थान हासिल किया है.
विद्यार्थियों ने इस कृषि विश्वविद्यालय की शिक्षा में विश्वास प्रकट किया है. यहां आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या वर्ष 2016 में 9000 थी जो वेटनरी व कृषि की 152 सीटों के लिए वर्ष 2017 में बढ़कर 17700 तक पहुंच गई.
2018 और 2019 में 13 हजार से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा दी तो इस वर्ष कोविड-19 की परिस्थितियों के बीच भी दस हजार से अधिक विद्यार्थियों ने प्रवेश परीक्षा दी. प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय ने शिक्षा के उच्च मानदडों शामिल करने हेतु भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की डीन कमेटी की अनुसंशाएं भी लागू की हैं और करोड़ों के शोध परियोजनाएं स्वीकृत कराकर विश्वविद्यालय को मान मिला है.
यह हैं टॉप 14 संस्थान
1. नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीच्यूट, करनाल
2. पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाणा
3. इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीच्यूट, दिल्ली
4. इंडियन वैटरिनरी रिसर्च इंस्टीच्यूट, बरेली