धर्मशाला:हिमाचल विधानसभा चुनाव के नतीजों का काउंटडाउन शुरू हो गया है. 8 दिसंबर को मतगणना के बाद साफ हो जाएगा कि हिमाचल में रिवाज बदला या ताज ? नतीजों से पहले बीजेपी से लेकर कांग्रेस और तमाम प्रत्याशियों के दिल की धड़कन बढ़ी हुई है. इस बीच बीजेपी ने नतीजों से पहले एक बैठक बुलाई है. जिसमें नतीजों से पहले आखिरी बार फीडबैक लिया जाएगा. (BJP meeting in Dharamshala)
बैठक में कौन-कौन होगा शामिल- धर्मशाला के एक निजी होटल में होने वाली इस बैठक में सीएम जयराम ठाकुर के अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, प्रभारी अविनाश राय खन्ना समेत कई पार्टी और संगठन के आला नेता मौजूद रहेंगे. बैठक में शामिल होने के लिए सीएम धर्मशाला रवाना हो चुके हैं.
सभी प्रत्याशियों से लिया जाएगा फीडबैक- इस बैठक में बीजेपी के सभी 68 उम्मीदवारों को बुलाया गया है. बीजेपी हिमाचल में चुनाव जीतने का दावा कर रही है, जिसे लेकर पार्टी की ओर से कार्यकर्ताओं से फीडबैक भी लिया गया है. लेकिन नतीजों से पहले आखिरी बार प्रत्याशियों से फीडबैक लिया जाएगा. यानी धर्मशाला में होने वाली बैठक में सभी प्रत्याशी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र का फीडबैक देंगे, जिससे पार्टी जीत के प्रति और आश्वस्त होना चाहती है.
बागियों पर भी होगी चर्चा- इस समीक्षा बैठक में सभी विधानसभा क्षेत्रों के नतीजे का अनुमान लगाने का प्रयास किया जाएगा. जिसके लिए सभी प्रत्याशियों और नेताओं से फीडबैक लिया जाएगा. बैठक में चुनाव के दौरान भीतरघात करने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं पर भी चर्चा होगी, जिनपर नतीजों के बाद एक्शन हो सकता है. चुनावी पंडित मान रहे हैं कि इस बार हिमाचल चुनाव के नतीजे दिलचस्प होंगे, कांग्रेस और बीजेपी जीत का दावा तो कर रही है लेकिन पूर्ण बहुमत का जादुई आंकड़ा इस बार दूर की कौड़ी साबित हो सकता है. इसे ध्यान में रखते हुए बागियों से भी संपर्क साधने को लेकर भी इस बैठक में चर्चा हो सकती है. बहुमत से दूर रहने की स्थिति में बागियों को मनाने और अपने पाले में लाने पर भी रणनीति बन सकती है.
बीजेपी ने किया है मिशन रिपीट का दावा-इस बैठक का आयोजन धर्मशाला के एक निजी होटल में सुबह 10:30 बजे से दोपहर 3 बजे तक होगा. बैठक में शामिल होने के लिए सीएम जयराम ठाकुर शनिवार शाम ही धर्मशाला पहुंच चुके हैं. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का रात्रि ठहराव धर्मशाला के सर्किट हाउस में रहेगा और फिर वो इस बैठक में शिरकत करेंगे. दरअसल हिमाचल में साल 1985 से कोई भी सरकार रिपीट नहीं हो पाई है. 1985 में कांग्रेस की वीरभद्र सरकार रिपीट हुई थी लेकिन उसके बाद से सत्ता हर 5 साल में कांग्रेस और बीजेपी के पास आती जाती रही है. इस बार बीजेपी ने दावा किया है कि वो इस रिवाज को बदलेंगे और हिमाचल में फिर से बीजेपी की सरकार बनेगी.
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