हमीरपुरः प्रदेश भर में लोगों को यातायात नियमों से रूबरू करवाने के लिए प्रदेश सरकार ने अभियान चलाया है. रविवार को इसी अभियान के तहत रैलियों का भी आयोजन किया गया. प्रदेशभर में प्रशासनिक अमला इन्हीं रैलियों के आयोजन में रविवार को मशगूल था, लेकिन हमीरपुर जिला में आयोजित जागरूकता रैली में अधिकारियों और कर्मचारियों की सरकार की मुहिम के प्रति गंभीरता को लेकर पोल खुल गई.
चिराग तले अंधेराः यातायात नियमों का संदेश देने बिना सीट बेल्ट जागरूकता रैली में पहुंचे अधिकारी कर्मचारी जनता को यातायात जागरूकता का संदेश देने के लिए आयोजित रैली में शिरकत करने वाले अधिकारियों की गाड़ियों को चलाने वाले चालक भी बिना सीट बेल्ट के ही रैली स्थल तक पहुंचे. इसके अलावा आयोजन का जिम्मा देख रहे यातायात विभाग की सरकारी गाड़ी में भी बिना सीट बेल्ट के ही कर्मचारी नजर आए.
बता दें कि इस रैली का आयोजन आरटीओ हमीरपुर की तरफ से किया गया था. रैली में जिला प्रशासन के आला अधिकारी भी शिरकत करने पहुंचे थे. रैली में जागरुकता को लेकर शपथ भी दिलाई गई, लेकिन यहां पर चिराग तले अंधेरे कहावत का एक जीता जागता उदाहरण देखने को मिला सवाल पूछे जाने पर अधिकारी ने भी कहा इस अभियान के तहत चालकों को जागरूक किया जाएगा और यह विशेष ध्यान रखा जाएगा कि कोई कोताही न बरती जाए.
अतिरिक्त उपायुक्त हमीरपुर रतन गौतम ने कहा कि इस अभियान के तहत लोगों को सड़क सुरक्षा के लिए जागरूक किया जाएगा और यातायात नियमों में किसी भी तरह की कोई कोताही न बरती जाए इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा.