हमीरपुर:डीएवी पब्लिक स्कूल हमीरपुर के छात्र भी कोरोना आपदा के समय अपनी भागीदारी निभाने में तत्पर हो गए हैं. इसका साफ उदाहरण यह है कि डीएवी की छात्रा रिदम, सौम्या, अलीशा, रिद्धिमा और छात्र आशीष ने अपने माता-पिता की मदद से मास्क बनाने सीख लिए हैं और वह अब अपने खाली समय में जोर-शोर से मास्क बनाने का काम बड़े कर रहे हैं.
रिदम का कहना है की वह यह मास्क गरीबों की सहायता के लिए और पुलिस ऑफिसर व सफाई कर्मचारियों के लिए बना रही है. आशीष का कहना है कि वे ऐसे लोगों को मास्क बांट रहे हैं, जिनके पास मास्क खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं. रिद्धिमा का कहना है की वह यह मास्क अपने घर के आस-पास मजदूर को बांट रहे हैं. इन छात्रों के इस जज्बे से यह सीख मिल रही है कि बच्चे भी कोरोना आपदा के समय सरकार और प्रशासन के नियमों को पालन करने व अपना योगदान देने के लिए सहज रूप से तत्पर हैं.
कोरोना से जंग: मास्क बनाकर मजदूरों में बांट रहे हैं स्काउट एंड गाइड के छात्र - डीएवी स्काउट एंड गाइड
डीएवी की छात्रा रिदम, सौम्या, अलीशा, रिद्धिमा और छात्र आशीष ने अपने माता-पिता की मदद से मास्क बनाने सीख लिए हैं और वह अब अपने खाली समय में जोर-शोर से मास्क बनाने का काम बड़े कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि वह अपने बनाए मास्क अपने घर के आस-पास मजदूर को बांट रहे हैं.
मास्क बनाने में जुटे स्काउट एंड गाइड के छात्र
कोरोना आपदा के समय मास्क बनाना व बांटना एक अति उत्तम काम है, जिसमें डीएवी हमीरपुर के बच्चे अपना योगदान दे रहे हैं. डीएवी स्काउट एंड गाइड के अन्य छात्र भी इस तरह के काम करने में अपना योगदान दे रहे हैं और लोगों को मास्क पहनने व सफाई व्यवस्था के साथ साथ अन्य नियमों का पालन करने को जागरूक कर रहे हैं.