हमीरपुर:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद केंद्र सरकार लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 21 साल करने पर विचार करेगी. इसके लिए गठित समिति के सदस्यों को जल्द ही लागू कर सकती है. ऐसे में हिमाचल में भी इस फैसले का लोग स्वागत कर रहे हैं. हमीरपुर जिला के लोगों ने केंद्र सरकार के इस फैसले को अपना समर्थन दिया है.
ईटीवी भारत की टीम ने जिला के ग्रामीण क्षेत्र नाडसी पंचायत के लोगों से सरकार के इस फैसले को लेकर राय जानी. नाडसी पंचायत के उपप्रधान सुनील राठौर का कहना है कि केंद्र सरकार जो यह फैसला लेने जा रही है वह सराहनीय है वह सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं.
उन्होंने कहा कि हिमाचल में वैसे तो लड़कियों की शादी 20 या 21 बरस के बाद ही की जाती है, लेकिन अभी भी कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर कम उम्र में ही लड़कियों की शादी की जा रही है लेकिन अब कानून में बदलाव से लड़कियों की स्थिति मजबूत होगी.
एमएससी फाइनल सेमेस्टर की पढ़ाई कर रही तमन्ना कहती हैं कि केंद्र सरकार के इस फैसले से समाज में सुधार भी होगा और लड़कियों की स्थिति भी सुधरेगी. वह केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत करती हैं. उन्होंने कहा कि गांव में तो 18 साल होने पर ही लड़कियों की शादी करवा दी जाती है, लेकिन शहरों में थोड़ी जागरूकता है ग्रामीण क्षेत्रों की लड़कियों को इसका लाभ मिलेगा वह इससे खुश हैं.
बीएससी सेकंड ईयर की छात्रा निशा कुमारी का कहना है कि केंद्र सरकार के इस फैसले से लड़कियों को लाभ मिलेगा. शादी की उम्र कम होने की वजह से लड़कियों को बीच में ही पढ़ाई छोड़ कर शादी करनी पड़ती है उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से वह खुश है.
रजनी देवी का कहना है कि सरकार के इस फैसले से लड़कियों को पढ़ाई करने का मौका मिल जाएगा वह नौकरी नहीं हासिल कर सकेंगी. इसके लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करती हैं. महिला माया देवी कहती हैं कि यह बहुत खुशी की बात है कि से लड़कियों को पढ़ाई करने और नौकरी हासिल करने का मौका मिलेगा. वह अपने आप आत्मनिर्भर बन सकेंगे जिससे वह अपने परिवार को भी सहारा दे सकेंगी.
बुजुर्ग महिला प्रेमी देवी कहती हैं कि उनकी शादी तो 11 बरस की उम्र में ही हो गई थी और सरकार के इस फैसले से लड़कियों को पढ़ाई करने का मौका मिल जाएगा वहां अपने पैरों पर खड़ी हो सकेंगी. मोदी सरकार का यह बहुत बढ़िया फैसला है.
बुजुर्ग व्यक्ति सुरजीत का कहना है कि इससे समाज में सुधार होगा और लड़कियों की स्थिति भी बेहतर होगी इसके लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हैं. स्थानीय निवासी रतन चंद का कहना है कि 18 वर्ष की उम्र में बच्चे नादान ही होते हैं. सरकार का यह फैसला बहुत बढ़िया है इससे लड़कियों को पढ़ाई करने का मौका मिलेगा वह अपना करियर बना सकेंगे. लड़कियों की स्थिति बेहतर होगी तो समाज में भी सुधार होगा.
बता दें कि हिमाचल के दुर्गम तथा ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लड़कियों की शादी 18 भरत की उम्र में कर दी जाती है जिससे लड़कियों के पढ़ाई बीच में ही छूट जाती है, लेकिन सरकार के इस फैसले से बेटियों को लाभ मिलेगा हिमाचल में कहीं बेटियां सरकार के इस फैसले से अपनी पढ़ाई को पूरा कर पाएगी तथा एक बेहतर भविष्य को चुन पाएंगी.