भोरंज/हमीरपुर: भोरंज उपमण्डल और गोपालपुर खण्ड के प्रतिनिधियों ने साथ मिलकर एसडीएम सरकाघाट जफर इकबाल के माध्यम से केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी और प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा और मांग की कि बल्ह में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बल्ह में ना बनाकर जाहू में बनाया जाए. क्योंकि बल्ह में लगातार किसानों और स्थानीय जनता द्वारा विरोध किया जा रहा है और जाहु में हवाई अड्डे के लिए हर तरह से उपयुक्त भूमि है और जिसका हर भोरंज वासी स्वागत करता है.
पिछले कई सालों से दफन यह मांग इस बार फिर उठाई है. क्षेत्रीय लोगों ने सरकार से कहा है कि जाहू की भूमि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने के लिए सबसे उपयुक्त है क्योंकि यह स्थान एक तो समतल है और दूसरी तरफ 3 जिलों का संगम स्थल भी है. यह स्थान बिलासपुर, हमीरपुर और मंडी का केंद्र बिंदु है.
भौगोलिक दृष्टि से अनुकुल
बड़े जहाजों के लिए यहां बनने वाला एयरपोर्ट खुला स्पेस मुहैया करवाएगा. भौगोलिक व राजनीतिक सभी दृश्यों को देखते हुए जाहू स्थान यानी जो मंडी जाहू, बतैल, चंदरुही, तताहर तक हवाई अड्डा बनाना जो जिला मंडी, हमीरपुर, बिलासपुर की संगम स्थली है व हिमाचल के केंद्र में बहुत ही उपयुक्त स्थान है. यह स्थान राष्ट्रीय उच्च मार्ग से सटा हुआ है अतः इसके लिए सड़कों के निर्माण के लिए भी अधिक खर्च नहीं होगा. जाहू में हवाई अड्डा बनाने से किसानों का कोई नुकसान नहीं होगा. उसके साथ साथ जो बंजर भूमि है उसका भी बहुत ही अच्छा उपयोग हो सकता है. सरकार इस स्थान की बार-बार अनदेखी कर रही है.
यदि बल्ह क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने का विरोध हो रहा है तो जाहू इसके लिए उपयुक्त स्थान है और पूरे प्रदेश का केंद्र बिंदु भी है अतः जाहू में ही अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया जाए. जाहू में ही लगभग 2000 कनाल सरकारी भूमि है. इस स्थान का एनडीआरएफ की टीम भी निरीक्षण कर चुकी है.
इस संबंध में विस क्षेत्र भोरंज की विधायक कमलेश कुमारी, विस क्षेत्र सरकाघाट के विधायक कर्नल इंद्र सिंह विस क्षेत्र घुमारवीं के विधायक राजेंद्र गर्ग भी जाहू में हवाई पट्टी बनाने का समर्थन कर चुके हैं.
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