हमीरपुर:हिमाचल प्रदेश के जिलाहमीरपुर से सटे मसयाणा में जमीनी विवाद के चलते एक माह से घर में कैद परिवार को रास्ता दिलाने के मामले अभी तक नहीं सुलझ सका है. बताया जा रहा है कि इस मामले में प्रशासन मलकियत भूमि होने के चलते जमीन के तबादले का विकल्प दोनों पक्षों को दे रहा है. घर के चारों ओर टीनशैडनुमा दीवार लगाने वाला पक्ष दूसरी जगह पर जमीन लेने की एवज में रास्ता देने को तैयार है, लेकिन महिला कविता देवी भी यह बात मानने को तैयार नहीं है. महिला का कहना है कि इससे पूर्व उनके जेठ पड़ोसियों को जमीन दे चुके हैं, लेकिन वादे के मुताबिक उन्हें रास्ता नहीं दिया गया है.
महिला कविता और उसके परिवार को रास्ता दिलवाने के लिए गत तीन दिनों से जिला प्रशासन की ओर पुलिसए नायब तहसीलदार के साथ साथ पंचायत प्रधान भी डटे रहे, लेकिन महिला किसी भी विकल्प पर समझौता करने को राजी नहीं हो रही है. महिला के अड़ियल रवैया के चलते ना तो रास्ता खुल सका है और ना ही कोई समझौता नहीं हो पाया है. शनिवार को भी सुबह से लेकर दोपहर बाद तक नायब तहसीलदार विकास सिंह काननूगो पटवारी के साथ साथ ग्राम पंचायत जंगलरोपा के प्रधान अश्वनी नेरी पंचायत के प्रधान विपिन ठाकुर ने भरसक प्रयास किया, लेकिन महिला कविता के द्वारा ना तो भूमि तबादले की बात मानी और ना ही समझौता किया है जिससे पूरा मसला जस का तस रहा है.
'हर दफा मुकर रही महिला': पंचायत प्रधान जंगलरोपा अश्वनी कुमार का कहना है कि पिछले चार सालों से घर के लिए रास्ता न होने का मामला चला हुआ है और नायब तहसीलदार ने भी मौके पर पूरा जायजा लिया है. उन्होंने कहा कि दो दिन पहले भी दो मरले भूमि पर जमीन देने पर रास्ता देने की बात हुई थी, लेकिन अब फिर से महिला मुकर रही है. उन्होंने बताया कि गत कुछ दिन पहले गाड़ी जाने के लिए रास्ता देने पर सहमति हुई थी, लेकिन बाद में महिला ने जमीन देने के लिए मनाही कर दी. उन्होंने कहा कि जमीन के बदले जमीन की बात तय हुई थी, लेकिन कोई हल नहीं हो पाया है.