भोरंज/हमीरपुर: जिला हमीरपुर के भोरंज उपमंडल में स्थित सम्हू तालाब के पास कई ऐतिहासिक रैलियों व जनसभाओं का आयोजन होता है. बावजूद इसके यहां स्थित तालाब के सौन्दर्यीकरण न होने से इसकी हालत बदतर बनी हुई है.
सम्हू तालाब का पानी कभी स्वच्छ हुआ करता था. तालाब में मछलियां भी अठखेलियां करती थी. मगर अब आसपास का कूड़ा-कचरा, मिट्टी और गंदे पानी से तालाब में जमा पानी से इस तालाब को ग्रहण लग लगा है. कई समाजसेवी संस्थाओं ने भी इसकी दशा सुधारने के लिए कदम आगे बढ़ाए. स्थानीय लोगों के सहयोग से इस तालाब को सुंदर बनाने की कवायद शुरू हो गई थी, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई भी कार्य नहीं हो पा रहा है.
सरकार व प्रशासन ने भी इस काम के लिए हामी भरी थी. विकास खंड अधिकारी भोरंज संपूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत इस कार्य में आगे आए थे. स्कूलों की एनएसएस व अन्य इकाईयों के स्वयंसेवियों ने तालाब में उगे घास व झाड़ियों को साफ करने के लिए साल में एक बार कैंप लगा लेते हैं, लेकिन असल में तालाब के जीर्णोद्धार के लिए कुछ खास प्रयास नहीं किये जा रहे हैं.
प्राचीन इतिहास को संजोए सम्हू ताल की दयनीय हालत को सुधारने के लिए इसमें उगी घास को उखाड़ने का काम भी किया जाना है. तालाब के चारों ओर बनी सीढि़यां अभी आधी ही बनी हुई हैं. तालाब के चारों ओर सुरक्षा दीवार भी लगनी है. ताल में पड़ी मिट्टी को निकालतक यहां स्वच्छ पानी डालने के लिए स्थानीय पंचायत को सहयोग करना चाहिए. इस बारे में ग्राम पंचायत प्रधान भोरंज गरीब दास का कहना है कि तालाब के सौन्दर्यीकरण के लिये 14वें वितायोग व मनरेगा के तहत बजट डाल दिया गया है. जिससे इसे एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सके. हालांकि बजट का इंतजार अभी महज इंतजार ही है.
गौरतलब है कि इस ऐतिहसिक तालाब के पास कांग्रेस व भाजपा की कई जनसभाएं भी होती हैं और दोनों ही पार्टियों के शीर्ष नेता यंहा पर संबोधित कर चुके हैं, फिर भी सम्हू तालाब के जीर्णोद्धार पर किसी नेता ने ध्यान नहीं दिया है. सरकार के प्रयासों से यहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र के विकास में और तेजी आएगी. लोगों ने मांग की है सरकार इस तालाब के जीर्णोद्धार के लिए कार्य करें, ताकि क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सके.