हमीरपुर: कोरोना संक्रमण के दौर में लगातार ड्यूटी दे रही आशा कार्यकर्ताओं को वेतन ना मिलने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आशा कार्यकर्ताओं को वेतन ना मिलने पर कांग्रेस सेवा दल हमीरपुर ने सरकार पर निशाना साधा है.
कांग्रेस सेवा दल हमीरपुर के जिला अध्यक्ष मदनलाल कौंडल ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को सम्मान तो दूर इनका वेतन भी समय पर नहीं मिल पा रहा है, जबकि वेतन इन कार्यकर्ताओं का अधिकार है. आशा कार्यकर्ता महामारी के दौर में बेहतरीन कार्य कर रही हैं, लेकिन उन्हें समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा है. प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से मांग की है कि आशा वर्कर की तीन माह की सैलरी जो इन्हें अभी तक नहीं मिल पाई है, इसका भुगतान जल्द से जल्द किया जाए.
मदनलाल कौंडल ने कहा कि क्योंकि ये आशा वर्कर इस महामारी के दौरान दिन-रात कड़ी मेहनत कर रही हैं. यह बेहद ही दुख की बात है कि इन्हें 3 महीने बाद भी वेतन नहीं मिल पा रहा है. गौरतलब है कि आशा वर्कर कोरोना महामारी के दौर में फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में सेवाएं दे रही हैं. पीपीई किट, होम आइसोलेशन किट, कोरोना मरीजों तक दवाइयां पहुंचाने और उनका ऑक्सीजन लेवल जांचने तक का काम आशा वर्कर कर रही हैं. इस समय आशा वर्कर होम आइसोलेट मरीजों और प्रशासन के बीच कड़ी का काम कर रही हैं, लेकिन वेतन के लिए इनको पूर्व की भांति ही वेतन के लिए इंतजार करना पड़ रहा है, जिससे इनके लिए परिवार का पालन पोषण मुश्किल हो रहा है.
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